जयपुर। केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने राजस्थान में बिगड़ती कानून-व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं। शेखावत ने कहा कि राजस्थान में महिलाओं के विरुद्ध अपराध रुकने का नाम नहीं ले रहे। मुख्यमंत्री की चुप्पी बताती है कि वे कानून-व्यवस्था की जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं हैं। केंद्रीय मंत्री ने तंज कसा कि पता नहीं कैसे मुखिया महोदय को चैन की नींद आ रही है?
सोमवार को अपने बयान में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि लोहमर्षक घटनाओं की सूची में अब अनादरा क्षेत्र का नाम भी जुड़ गया है। घृणित कर्म का रिकॉर्ड रखने वाला आरोपी आखिरकार पुलिस की नज़रों से बचकर हत्या का अपराध करने में सफल रहा। ग्रामीणों का गुस्सा जायज है।
उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार अपराध रोकने में नाकाम और पीड़ितों के प्रति भी संवेदनहीन है। इस वारदात के सामने आने के बाद सरकार को अपराध का शिकार हुई महिला के परिवार को यथोचित मुआवजा प्रदान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हुए गहलोत सरकार से न्याय और मुआवजे की मांग करता हूं।
केंद्रीय मंत्री ने कोटा में व्यापारी पर धुआंधार फायरिंग का जिक्र करते हुए कहा कि गहलोत जी को नींद से जगाने के लिए अगली खबर कोटा से आई है। सब्जी मंडी इलाके में एक व्यापारी को निशाना बनाते हुए खुलेआम धुआंधार फायरिंग की। दो बाइक पर छह लोग सवार होकर आए थे और आसानी से इस घटना को अंजाम दिया। पुलिस के आते तक आरोपी फरार हो चुके थे। गनीमत है व्यापारी भाई सुरक्षित हैं।
शेखावत ने कहा कि पुलिस की पहली गलती तो यही है कि ट्रिपल सवारी के बाद भी अपराधियों को रोका नहीं गया। न फायरिंग से पहले न फायरिंग के बाद, जबकि यह तो ट्रैफिक पुलिस की रुटीन का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि ऐसा आपराधिक दुस्साहस तभी फैल सकता है, जब बदमाशों को यकीन हो जाए कि सरकार और पुलिस उनका कुछ नहीं कर सकती। किस्सा एक जिले का होता तो वहां की पुलिस पर सवाल उठते, किंतु हर जिला अपराधियों की धमक से व्याकुल है।