जयपुर। केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि विकास के नाम पर विनाश में विकसित देशों का बहुत योगदान है। यही कारण है कि आज पर्यावरण ग्लोबल कुटनीति में अपना स्थान बना चुका है।
शेखावत ने रविवार को बियानी ग्रुप ऑफ कॉलेजेज और अपना संस्थान की ओर से आयोजित कार्यक्रम में पर्यावरण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले 100 प्रमुख लोगों को पर्यावरण प्रहरी सम्मान से सम्मानित किया।
कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि हमारे यहां नदी को देवी और प्रकृति में देव तत्व मानने की परंपरा रही है। इस तथ्य को फिर से ठीक ढंग से समझकर अमल मे लाने की जरूरत है। दुनिया के 18 प्रतिशत जनसंख्या वाले भारत में सिर्फ 4 प्रतिशत पीने का पानी है। भारत सरकार इस दिशा सार्थक प्रयास कर रही है।
उन्होंने कहा कि 6000 करोड़ रुपए की अटल भूजल योजना के माध्यम से देश के हर गांव तक भूजल स्तर की जांच, जागरुकता फैलाने के साथ घर-घर पेयजल पहुंचाया जाएगा। शेखावत ने बियानी ग्रुप ऑफ कॉलेजेज के ड़ायरेक्टर संजय बियानी की पुस्तक गीता संजय की नजर से, का जिक्र करते हुए गीता की सार्थकता को इंगित किया।
कार्यक्रम में अपना संस्थान के विनोद मेलाना और राष्ट्रीय स्वयंसेवक के प्रांत प्रचारक शैलेन्द्र ने पर्यावरण की समस्या के साथ प्लास्टिक से हो रहे नुकसान और समाधान पर चर्चा की।