जयपुर। दौसा में विवाहिता की सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या को लेकर केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने राज्य सरकार पर सख्त टिप्पणी की। शेखावत ने कहा कि जिस सरकार का मंत्री रेप को मर्दानगी से जोड़कर मजाक बनाता है, उसकी संवेदना तो कब की मर चुकी होगी।
घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जरूरी नहीं कोई हमारी जान लेने की कोशिश करे, तभी दम घुटे ऐसी घटनाओं से लगता है कि अपराधी, दुष्कर्मी हमारी आत्मा तक को नोचने के लिए पंजा खोले खड़े हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ये मृत संवेदनाओं की सरकार है, उम्मीद मत पालिए, गुहार न लगाइए, ये बहन-बेटियों की चीखों पर सिर्फ हंस सकते हैं। शेखावत ने कहा कि मरुधरा के मान की खातिर बदलाव हमें ही लाना होगा।
केंद्रीय मंत्री ने पूछा, जीवन रक्षक अस्पतालों में पावर सप्लाई के क्या विकल्प हैं?
कोटा के अस्पताल में अंधेरे में सीपीआर करने पर शेखावत ने कहा कि न्यू मेडिकल कॉलेज अस्पताल का हाल यह है कि अंधेरे में सीपीआर करना पड़ रहा है तो गांवों में स्वास्थ्य सुविधाओं की बात तो दूर है। उन्होंने कहा कि बिजली का रोना रोने से पहले सरकार बहादुर बताए कि जीवन रक्षक अस्पतालों में पावर सप्लाई के क्या विकल्प हैं? सीएम, मिनिस्टर कोई कुछ बता सकता है?
दौसा में गैंगरेप एवं हत्या मामले पर समिति का गठन
राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी प्रदेशाध्यक्ष डा सतीश पूनियां ने दौसा में महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म एवं हत्या मामले पर पांच सदस्यीय समिति का गठन किया है।
प्रदेश भाजपा के अनुसार यह समिति आज दौसा पहुंचकर मामले की तथ्यात्मक जानकारी लेगी और तथ्यात्मक रिपोर्ट तैयार कर डा पूनियां को सौंपेगी।
इस समिति के सदस्यों में उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी, पूर्व विधायक कन्हैयालाल मीणा, भाजपा एससी मोर्चा के प्रदेश महामंत्री मुकेश गर्ग एवं प्रदेश पैनलिस्ट लक्ष्मीकांत भारद्वाज शामिल हैं।