कोलकाता। केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह ने कहा कि दुनिया और देश में भारत विरोधी कुछ ताकतें ऐसी हैं, जो हमारी बढ़ती हुई प्रगति को बर्दाश्त नहीं कर पा रही हैं। उनके हाजमे को ये ठीक नहीं लग रहा है। मुझे लगता है कि ईश्वर उनको सद्बुद्धि दे, वरना भारत की इस बढ़ती हुई ताकत में देश की जनता ऐसे लोगों को सबक सिखाएगी। शेखावत ने दो टूक कहा कि हम विपदाओं, आपदाओं, चुनौतियों से डरकर रुकने वाले नहीं हैं। हम अपने लक्ष्यों को प्राप्त करेंगे।
शनिवार देर शाम राष्ट्रीय चेतना मंच और सीसीआई प्रोफेशनल्स फोरम, कोलकाता की बजट और अर्थव्यवस्था पर आयोजित व्यवहारिक चर्चा में केंद्रीय मंत्री ने बजट को विपरीत परिस्थितियों में साहसिक बताते हुए कहा कि यह बजट आत्मनिर्भर भारत को और मजबूत करेगा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में हर वर्ग को महत्व देते हुए एक रुपया का भी नया टैक्स नहीं लगाया है। देश को आत्मनिर्भर बनाने की दृष्टि से वित्त मंत्री ने वर्ष 2021-22 का बजट पेश किया है। कार्यक्रम में उपस्थित 200 से ज्यादा सीए ने बजट को अपना समर्थन दिया और केंद्र सरकार की सराहना की।
व्यवस्था में कायम हुआ जनता का विश्वास
शेखावत ने कहा कि वर्ष 2014 के बाद देश के आम व्यक्ति का व्यवस्था पर विश्वास कायम हुआ है। सरकार ने लोगों को विश्वास दिलाया कि भारत अपनी क्षमताओं के अनुरूप विकास कर सकता है। दुनिया को अहसास दिलाया कि भारत की क्षमता और ताकत क्या है? उन्होंने कहा कि आज संयुक्त राष्ट्र का एक भी फोरम नहीं है, जहां भारत को उपेक्षित किया जा सके। दस साल पहले की इंटरनेशनल फोरम पर भारत का प्रधानमंत्री तीसरी-चौथी पंक्ति में दिखता था, लेकिन आज हमारे प्रधानमंत्री पहली पंक्ति में सेंटर में खड़े होते हैं।
पूरी दुनिया भारत को देख रही
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आज पूरी दुनिया भारत की प्रगति को देख रही है। वो स्वीकार कर रही है कि आने वाली सदी भारत की है और वो ध्रुव तारे की तरह चमकेगा। जिस दिन हम उस लक्ष्य को प्राप्त करेंगे और इस यात्रा को लिखा जाएगा, निश्चित रूप से वर्ष 2021 के इस बजट का उल्लेख स्वर्णिम अक्षरों में होगा।
पिता ने फोनकर कहा, धन्यवाद
केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि मैं वरिष्ठ नागरिकों की ओर से भी सरकार का धन्यवाद कहना चाहता हूं। मेरे पिताजी, वो पेंशनर हैं, ने फोन करके कहा कि मेरी पेंशन और उस पर ब्याज के अलावा कोई आय नहीं है। कम से कम हमको तुमने रिटर्न भरने के झंझट से मुक्त करा दिया।
बंगाल में बढ़ रही वर्ग विशेष की आबादी
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पश्चिम बंगाल में एक वर्ग विशेष की आबादी बढ़ रही है, क्योंकि दीदी के राज में सबकुछ संभव है। हाल में मैं विधानसभा क्षेत्रों के आंकड़े देख रहा था। एक विधानसभा क्षेत्र में एक वर्ग विशेष की आबादी नब्बे के दशक में 20 प्रतिशत थी और अब 68 प्रतिशत हो गई है। मैंने किसी गायनोक्लोजिस्ट से पूछा, क्या ऐसा संभव है तो उसने कहा, मुझे तो नहीं समझ आता।
मोदीजी ने कठिन समय से देश को बाहर निकाला
शेखावत ने कहा कि पिछला एक साल भारत ही नहीं पूरा दुनिया के लिए कठिन समय था। यदि कोरोना प्रभावित दुनिया के पहले 15 देशों की सूची से भारत को अलग कर दें तो बचे देशों की आबादी 140 करोड़ है। अमेरिका, फ्रांस, इंग्लैंड, स्पेन, इटली समेत ये सभी 14 देश साधन संपन्न हैं। आप कल्पना करके देखिए, उनके आगे भारत की क्या स्थिति थी? मैं प्रशंसा करना चाहूंगा माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व की, आज भारत दुनिया के लिए आदर्श देश है।