सीकर। केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत शनिवार को दिल्ली पुलिस के शहीद हेड कांस्टेबिल रतन लाल के पैतृक गांव तिहावली पहुंचे और परिजनों को ढांढस बंधाया। उन्होंने शहीद की मां के पैर छुए और बेटियो को गोद में बैठाकर विश्वास दिलाया की पूरा देश परिवार के साथ है। शेखावत ने कहा कि शहीद रतन लाल देश के बेटे हो गए हैं।
शेखावत ने कहा कि पुलिस में भर्ती होते समय जो प्रतिज्ञा शहीद रतन लाल ने की थी, उस प्रतिज्ञा का अक्षरशः पालन करते हुए कानून व्यवस्था के लिए अपने प्राण तक न्यौछावर कर दिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि हम सभी को शहीद जवान को श्रद्धांजलि अर्पित करनी चाहिए। परिवार के साथ खड़ा होना चाहिए।
प्रधानमंत्री के निर्देश पर ही शहीद रतन लाल को शहीद का दर्जा दिया गया। उन्होंने कहा कि देश का सिपाही, चाहे वो सीमा पर खड़ा है या आंतरिक सुरक्षा के लिए खड़ा है, जब वो पीछे मुड़कर देखे तो उसे इस बात का विश्वास होना चाहिए कि मेरे पीछे 130 करोड़ लोगों का देश खड़ा है। इससे उसका हौसला और हिम्मत बढ़ती है।
बाद में पत्रकारों के सवाल कि शहीद के परिवार से कांग्रेस के बड़े नेता मिलने नहीं आए, पर उन्होंने कहा कि कुछ लोगों के लिए शायद उनके राजनीतिक आकाओं की इच्छाएं देश और साधारण मानव की भावनाओं से ऊपर हैं।