नई दिल्ली/जोधपुर। केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जल के प्रति कर्मठता ने ही जल की चेतना को जन की चेतना बना दिया है। लाल किले से प्रधानमंत्री ने कहा था कि आने वाले समय में सभी को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराना ही हमारा लक्ष्य है।
देश के 19 करोड़ परिवार में से केवल 3 करोड़ परिवारों को ही पेयजल का कनेक्शन उपलब्ध हो सका था। 16 करोड़ परिवारों तक जल कनेक्शन के माध्यम से पेयजल पहुंचाने का काम हमने शुरू कर दिया है। यह योजना विश्व की सबसे बड़ी योजना होगी, जिसे 2024 तक पूरा कर लिया जाएगा।
बुधवार को द्वितीय राष्ट्रीय जल पुरस्कार वितरण समारोह में शेखावत ने कहा कि प्रधानमंत्री का लक्ष्य है कि साधारण मानव के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाया जाए। इसके लिए जनचेतना का जागरण आवश्यक है। सरकार, जनप्रतिनिधि, सेलिब्रिटी, धार्मिक लीडर, मीडिया, शैक्षणिक संस्थाएं, न्यायपालिका और ब्यूरोक्रेसी के साथ ही यंग पैरेंट्स को इस जन चेतना के जागरण की जिम्मेदारी लेनी होगी।
उन्होंने कहा कि हर घर, हर खेत, हर कुएं-तालाब तक पानी पहुंचे, इसके लिए हम दिन-रात मेहनत कर रहे हैं, लेकिन इसके लिए सभी को सम्मिलित प्रयास करना होगा। उन्होंने कहा कि जल समृद्धि भारत का मार्ग ही हमें नए भारत के निर्माण की ओर ले जा सकता है। राष्ट्र निर्माण के लिए हमें अपनी अपनी समीधा की आहूति देनी होगी।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इन पुरस्कारों को देने का आशय यह है कि इससे प्रोत्साहन मिले, परिमार्जन हो, साथ ही और अधिक बेहतर करने के लिए हम संकल्पित हो सकें। शेखावत ने कहा कि हालांकि, इन पुरस्कारों को विश्व जल दिवस के अवसर पर वितरित किया जाना था, लेकिन इसके लिए बदली हुई परिस्थितियां जिम्मेदार हैं। अब समारोह का आयोजन देरी और दूरी से किया जा रहा है। समारोह में 16 श्रेणियों में पुरस्कार दिए गए। केंद्रीय मंत्री ने वेबीनार के माध्यम से जुड़े सभी लोगों का आभार व्यक्त किया।