भरतपुर। केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सेना को आधुनिक हथियारों से वंचित रखने के लिए पूर्ववर्ती सरकारों पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि हेलीकॉप्टर से लेकर बोफोर्स के आयात तक जिस तरह के काले छींटे उनके दामन पर गिरे, उससे सहमी हुई सरकारों ने 10 साल तक भारत की सामारिक क्षमताओं के साथ समझौता किया और सेना को किसी भी तरह के अपग्रेडेशन से महरूम रखा गया।
शेखावत ने कहा कि जहां हमारे पड़ोसी देश 5वीं जनरेशन के लड़ाकू विमान तक पहुंच गए, वहीं हम पुराने मिग जहाजों के साथ 30 साल से संघर्ष कर रहे थे। लेकिन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग का हब बन रहा है।
गुरुवार को भाजपा के प्रदेश के मोर्चों की संयुक्त कार्यकारिणी बैठक में अपने संबोधन में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अंग्रेजों के जमाने से भारत में ऑर्डिनेंस फैक्ट्री बोर्ड काम करता है। इसकी 42 स्थानों पर फैक्ट्री हैं। दूसरे विश्व युद्ध के समय में दुनिया में ब्रिटिश फौजों ने जो गोलियां चलाई थीं, उसका 40 प्रतिशत हिस्सा इन्हीं 42 फैक्ट्रियों में बना था।
इस युद्ध में जितने छोटे हथियार उपयोग में लाए गए थे, उसका बहुत बड़ा हिस्सा इन ऑर्डिनेंस फैक्ट्रियों से बनकर गया था। शेखावत ने कहा कि आजादी के बाद से दुर्भाग्य देखिए, जो देश सैटेलाइट और रॉकेट बना सकता था, उस देश ने डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग के सेक्टर में कोई प्रगति नहीं की। हम बुलेट्स तक आयात करने को मजबूर हुए।
केंद्रीय मंत्री ने सवाल उठाया कि भारत ने 30 साल पहले क्राइजोनिक इंजन बनाने की दक्षता हासिल कर ली थी, क्यों करके उसको रोका गया? शायद आयात करने में जिनके हित जुड़े हुए थे, उनके कारण से देश के सामारिक हितों के साथ में समझौता किया गया। जब कभी भी आयात हुआ, उसमें घोटाले हुए।
उन्होंने कहा कि 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने निर्णय लिया था कि हम डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग का हब भारत को बनाएंगे। आज देश की टोटल डिफेंस खरीद का 45 प्रतिशत हिस्सा स्वदेशी कंपनियों से लिया जा रहा है। हजारों करोड़ रुपए का डिफेंस सेक्टर में निवेश आया है। आज हम दुनिया के 62 देशों को डिफेंस के क्षेत्र में निर्यात कर रहे हैं। भारत दुनिया का 19वां डिफेंस इक्विपमेंट एक्सपोर्टर देश है। जिस गति से हम आगे बढ़ रहे हैं, उससे अगले पांच साल में हम दुनिया के पहले पांच एक्सपोर्टर नेशन में होंगे।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 1962 और 1965 की लड़ाई के समय हमारे सैनिकों के पास जूते भी नहीं थे। बुलेट प्रूफ जैकेट नहीं थे। सैनिकों को गोली खाने को मजबूर होना पड़ रहा था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तय किया कि देश में बुलेट प्रूफ जैकेट्स का निर्माण होगा। आज 4 लाख बुलेट प्रूफ जैकेट सेना को सप्लाई करने के बाद में हम 30 देशों को बुलेट प्रूफ जैकेट एक्सपोर्ट कर रहे हैं।
जल जीवन मिशन पर चर्चा
केंद्रीय मंत्री शेखावत को भरतपुर पहुंचने पर सर्किट हाउस में गार्ड ऑफ ऑनर मिला। उन्होंने भरतपुर सांसद रंजीता कोली से जल जीवन मिशन के कार्यान्वयन पर चर्चा की। इस दौरान कलेक्टर और अन्य उच्चाधिकारी उपस्थित थे। शेखावत भाजपा कार्यकर्ताओं से भी मिले। कार्यकर्ताओं ने स्थानीय मुद्दे से संबंधित ज्ञापन सौंपा, जिस पर केंद्रीय मंत्री ने यथासंभव निराकरण का भरोसा दिया। वहीं, ग्राम पंचायत रारह में जनता ने शेखावत का स्वागत किया। यहां उन्होंने छात्रों के सामूहिक अध्ययन के लिए बनी लाइब्रेरी का अवलोकन किया और छात्रों से चर्चा की।