केंद्रीय जलशक्ति मंत्री ने उठाए प्रियंका गांधी की मंशा पर सवाल
नई दिल्ली। केंद्रीय जलशक्ति मंत्री और जोधपुर के सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत ने कांग्रेस की बस राजनीति को लोकतंत्र का अपमान करार दिया है। मंगलवार को उन्होंने कहा कि यह अवसर प्रवासी मजदूरों के आंसू पोछने, पैरों के छाले साफ करने और उन्हें घर तक पहुंचाने का है, लेकिन कांग्रेस पार्टी अपनी खोई हुई राजनीतिक जमीन को प्राप्त करने की महत्वाकांक्षा के साथ काम कर रही है।
कांग्रेस और उत्तर प्रदेश के बीच बसों को लेकर जारी खींचतान पर शेखावत ने कहा कि प्रियंका गांधी को राजस्थान और उत्तर प्रदेश ही दिखा, क्योंकि राजस्थान में भाजपा की सरकार नहीं है। वहां गांधी परिवार के प्रिय अशोक गहलोत के नेतृत्व में सरकार चल रही है। उन्होंने प्रश्न किया कि आखिर बसों की आवश्यकता क्या है? जब उत्तर प्रदेश ने 550 ट्रेनें ली हैं तो वो 100 ट्रेनें और ले सकते हैं।
राजस्थान सरकार ने कितनी ट्रेनों की मांग भेजी। हम हर जिले से श्रमिक एक्सप्रेस चला सकते हैं। 30 बसों के बराबर एक ट्रेन में लोग जा सकते हैं। आप क्यों नहीं यूपी सरकार के साथ बातचीत करते हैं। वो एनओसी देने को तैयार हैं। आप 1000 क्या, 3000 बसों के बराबर की सवारियां वहां भेज सकते हैं। दो दिन में भेज सकते हैं। आप इसको राजनीति का अखाड़ा क्यों बना रहे हैं? केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मेरा प्रश्न यह है कि राजस्थान के जिन 12 लाख प्रवासियों ने घर वापसी के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है, उनके लिए आपने कितनी ट्रेनों की अनुमति प्रदान की है।
शेखावत ने कहा कि कमाल की बात यह है कि जिन बसों के नंबर कांग्रेस पार्टी ने भेजे हैं, उनमें से कुछ एंबुलेंस हैं तो कुछ ऐसी गाड़ियों के नंबर हैं, जो पिछले पांच साल से सड़क पर उतरने के काबिल नहीं बची हैं। कुछ ऑटो रिक्शा, स्कूटर और कारों के नंबर हैं। आखिर वो हजार बसें कहां हैं? अनुमति मिलने के बाद क्यों नहीं रवाना हुईं? उन्होंने कहा कि पहले दिन कहा गया कि 500 बसें हैं, लेकिन 140 बसें ही पहुंचीं। उनमें से आधी खाली थीं। आश्चर्य तो यह है कि कांग्रेस के कुछ नेताओं ने कुंभ मेले के समय यूपी रोडवेज की जो बसें लाइन में खड़ी थीं, उनका फोटो सोशल मीडिया पर डाल दिया।
कोरोना महामारी पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हम दुनिया के अन्य देशों के मुकाबले बहुत बेहतर स्थिति में हैं। हमें जीवन और जीविका के बीच संतुलन बनाकर चलना होगा। विपक्ष के आर्थिक पैकेज पर सवाल उठाने पर उन्होंने कहा कि राहत और सहायता के बीच का फर्क होता है।
जल जीवन मिशन से गांवों में मिलेगा रोजगार
शेखावत ने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत लगभग प्रत्येक राज्य के पास केंद्र सरकार की दी राशि है। मेरी पंजाब, मध्य प्रदेश और छत्तीगढ़ के मुख्यमंत्रियों से बातचीत हुई है। बाकी मुख्यमंत्रियों से आगे बातचीत होनी है। राज्यों को तुरंत जल जीवन मिशन में कार्य प्रारंभ करना चाहिए। इससे प्रत्येक गांव में न केवल आधारभूत ढांचा तैयार होगा, बल्कि बहुत से लोगों को रोजगार मिलेगा।