जालोर। राजस्थान में जालौर जिले के सुराणा गांव में शिक्षक की पिटाई के बाद दलित छात्र की मृत्यु के मामले में संबंधित विद्यालय को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ संचालित विद्यालय बताने पर मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व सांसद और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता उदित राज, कांग्रेस नेता संदीप सिंह समेत पांच लोगों के खिलाफ जालौर पुलिस थाने में परिवाद दर्ज कराया गया है।
परिवाद में कहा गया कि संघ की छवि धूमिल करने, समाज में भ्रम फैलाने के लिए इन लोगों ने जानबूझकर ट्विटर सहित सोशल मीडिया अकाउंट पर विद्यालय को आरएसएस संचालित बताया जबकि यह एकदम झूठ है। आरएसएस किसी प्रकार का स्कूल संचालन नहीं करता हैं जहां कथित घटना हुई वह एक निजी विद्यालय है।
परिवाद वरिष्ठ अधिवक्ता मधुसूदन व्यास ने दर्ज कराया हैं। उन्होंने कहा कि जालोर जिले के सायला पुलिस थाने के सुराणा गांव में घटित घटना को लेकर दिग्विजय सिंह कांग्रेस सांसद, उदित राज, कांग्रेस नेता संदीप सिंह, दौसा जिले में सपोटरा निवासी हंसराज मीणा तथा अन्य गौतम कश्यप द्वारा गत 14 से 17 अगस्त तक अलग अलग प्रकार से लगभग एक जैसी शब्दावली में ट्वीट किए और इन सब में सुराणा की घटना के लिए राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ को जिम्मेदार ठहराने का प्रयास किया।