जालोर। बीते पांच दिन से मोदरान के निकटवर्ती धारेश्वरनगर नून गांव में चल रहे गणेश चतुर्थी कार्यक्रम का प्रतिमा विसर्जन के साथ बुधवार को समापन हुआ।
राजपुरोहित गणेश महोत्सव के तत्वावधान में रिद्धि-सिद्धि के दाता गणपति बाप्पा की प्रतिमा को विधि विधान के साथ स्थापना की गई थी। इसके बाद गणपति भगवान की महाआरती व प्रसादी के भोग लगाया गया।
बुधवार को सुबह दस बजे श्री गणेश की प्रतिमा विसर्जन का कार्यक्रम शुरू हुआ। कोरोना संकट को देखते हुए प्रशासन की ओर से जारी गाइडलाइन व दो गज की दूरी बनाए रखते हुए बिना बड़ी रैली निकाले प्रतिमा को आम चौहटे से धारेश्वर सरोवर के तट पर लाया गया।
यहां पर श्रद्धालुओं ने गणपति बप्पा मोरिया अगले बरस तू जल्दी आ के जयघोष के साथ प्रतिमा को धारेश्वर सरोवर में विसर्जित कर दिया। राजपुरोहित गणेश महोत्सव की ओर से पिछले कई सालों से आम चौहटे पर गणेश चतुर्थी पर विशाल जागरण और भव्य शोभायात्रा का आयोजन किया जाता है।
महोत्सव के कार्यकर्ता कमलेश वालोनी व दिनेश हिराणी ने बताया कि इस बार कोरोना संकट के चलते गणेश चतुर्थी पर बड़ा आयोजन नहीं किया गया। हर साल 7 या 11 दिवस का कार्यक्रम होता था, जो इस बार सबसे कम पांच दिन का रखा गया। कार्यक्रम की व्यवस्था में राजपुरोहित गणेश महोत्सव के कार्यकर्ताओं सहित समस्त ग्रामवासी उपस्थित थे।