नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ जामिया में रविवार को हुई हिंसा मामले में दिल्ली पुलिस ने 10 लोगों को गिरफ्तार किया है। इसमें एक भी जामिया विश्वविद्यालय का छात्र शामिल नहीं है। गिरफ्तार किए गए सभी आरोपी आपराधिक पृष्ठभूमि के हैं।
रविवार को संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में अराजक तत्वों ने पुलिस पर पथराव किया और तीन बसों को आगे के हवाले कर दी। इसके अलावा कई अन्य गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई थी। इस दौरान पुलिसकर्मी भी घायल हुए।
हिंसा में शामिल लोग बाद में जामिया कैंपस में घुस गए थे। पुलिस भी पीछा करते हुए जामिया में घुस गई। इसके बाद पुलिस पर बिना इजाजत कैंपस में घुसने, स्टूडेंट्स और स्टाफ को पीटने, लाइब्रेरी में तोड़फोड़ करने और आंसू गैस के गोले छोड़ने के भी आरोप लगे थे। वहीं नाराज छात्रों ने दिल्ली पुलिस हेडक्वार्टर के बाहर जमकर प्रदर्शन किया।
पुलिस मामले को लेकर काफी गंभीर है। पुलिस की नजर जामिया इस्लामिया के आसपास और जामिया नगर इलाके पर है। पुलिस ने छात्रों को क्लीन चिट दे दी है।