जम्मू। जम्मू-कश्मीर के रामबान जिले की बनिहाल तहसील में शनिवार को हुए रहस्मय कार बम विस्फोट ने फिर से पुलवामा आतंकवादी हमले की याद ताजा कर दी जिसमें केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के 44 जवान शहीद हो गए थे। इस मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने शुरू कर दी है तथा इसने विस्फोट स्थल से नमूने भी एकत्र किए हैं।
पुलवामा में 14 फरवरी को सीआरपीएफ काफिले पर हुए हमले की तरह ही बनिहाल में आज सुबह एक कार में विस्फोट हुआ उस समय सीआरपीएफ का एक काफिला उसी रास्ते से गुजर रहा था।
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक विस्फोट एक कार के अंदर बनिहाल तहसील के पीरपीरा मोड़ के पास तेथर में जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुआ। उन्होंने बताया कि विस्फोट के कारणों तथा इससे हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है। विस्फोट के दौरान उस रास्ते से सीआरपीएफ का एक काफिला भी गुजर रहा था।
इस बीच एनआईए की टीम ने घटनास्थल का दौरा किया तथा मौके से कुछ नमूने भी एकत्र किये। इस विस्फोट में एक सेंट्रो कार पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई जबकि सीआरपीएफ के एक वाहन को आंशिक रूप से नुकसान हुआ है।
गौरतलब है कि 14 फरवरी को पुलवामा में इसी प्रकार आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने विस्फोटकों से भरी एक कार के जरिये सीआरपीएफ के काफिले पर फिदायीन हमला किया था जिसमें 44 जवान शहीद हो गए थे।
इस बीच रहस्मय विस्फोट से प्रभावित कार की निर्माता कंपनी हुंडई मोटर्स की एक टीम ने भी घटनास्थल का दौरा किया तथा चेसिस संख्या और अन्य जानकारियों के आधार पर कार मालिक की पहचान की। वाहन का पंजीकरण 21 फरवरी 2011 को हुआ था।
सूत्रों के मुताबिक विस्फोट के कारण सीआरपीएफ काफिले में शामिल एक बस को आंशिक क्षति हुई जबकि विस्फोटक कार पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गयी। सीआरपीएफ के प्रवक्ता ने बताया कि बनिहाल के निकट सुबह करीब 10:30 बजे कार में विस्फोट हुआ। उस समय उस रास्ते से सीआरपीएफ का काफिला गुजर रहा था।
उन्होंने कहा कि कार में आग लग गई और सीआरपीएफ का एक वाहन पीछे से मामूली रूप से क्षतिग्रस्त हो गया। उन्होंने बताया कि इस घटना में सीआरपीएफ के जवानों को कोई चोट नहीं आई या कोई हताहत नहीं हुआ।
प्रवक्ता ने कहा कि सभी संभावित पक्षों को ध्यान में रखकर जांच की जा रही है। इस बीच मौके पर मौजूद एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि विस्फोट कार के अंदर सिलेंडर ब्लास्ट के कारण भी हो सकता है लेकिन सटीक विवरण का पता लगाया जा रहा है।
सूत्रों ने कहा कि प्रारंभिक जांच के अनुसार टेटहर गांव के पास विस्फोट कार में लगे दो गैस सिलेंडरों में से एक में आग लगने के बाद हुआ हो सकता है। उन्होंने कहा कि कार आग में पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई और विस्फोट के समय राजमार्ग से गुजर रहे सीआरपीएफ के वाहन को पीछे की तरफ हल्की क्षति पहुंची थी, लेकिन उसमें सवार सभी कर्मी हादसे में बच गए।
उन्होंने कहा कि पुलिस ने विशेषज्ञों की एक टीम को यह पता लगाने के लिए मौके पर भेजा है कि क्या विस्फोट सिलेंडर विस्फोट के कारण हुआ है या किसी विस्फोटक सामग्री के कारण हुआ है। ऐसा लगता है कि यह सिलेंडर विस्फोट लगता है लेकिन एनआईए की टीम ने नमूने एकत्र किए हैं और आगे की जांच चल रही है।
उन्होंने कहा कि कार का ड्राइवर फरार है लेकिन उसका पता लगाने के लिए तलाश अभियान शुरू किया गया है। रणनीतिक राजमार्ग पर विस्फोट के कारण स्थगित किए गएण् यातायात को बाद में फिर से शुरू किया गया।
उल्लेखनीय है कि पुलवामा हमले के कारण पाकिस्तान में स्थित आतंकवादी संगठन पर भारतीय वायु सेना की कार्रवाई के बाद पड़ोसी पाकिस्तान के साथ भारत के संबंध काफी खराब हो गए थे। बहरहाल दोनों देशों के बीच संबंधों को सुधारने के प्रयास भी किए जा रहे हैं।