श्रीनगर। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जम्मू-कश्मीर जोन के विशेष महानिदेशक जुल्फिकार हसन ने सोपोर में एक नागरिक बशीर अहमद डार को कार से बाहर निकालकर हत्या करने के सुरक्षा बलों पर लगाए गए आरोपों को गुरुवार को साफ खारिज करते हुए कहा कि एक मस्जिद से आतंकवादियों की ओर से चलाई गई गोली से डार की मौत हुई थी।
हसन ने एसटीसी हुमहामा में सीआरपीएफ के शहीद जवान हेड कांस्टेबल दीप चंद के श्रद्धांजलि समारोह के इतर संवाददाताओं से कहा कि इन आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है कि सीआरपीएफ जवानों ने बुधवार को श्रीनगर के निवासी डार को कार से बाहर निकाला तथा गोली मार कर हत्या कर दी। उन्होंने कहा कि वास्तविकता यह है कि डार एक मस्जिद में छिपे आतंकवादियों की ओर से चलाई गई गोली से मारे गए।
उन्होंने कहा कि सीआरपीएफ पार्टी जब नियमित गश्ती पर थी तो उसी दौरान मस्जिद में छिपे आतंकवादियों ने स्वचालित हथियारों से अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। यह एक पूर्व सुनियोजित हमला था जिसमें हमारे चार जवान घायल हो गए। बाद में हेड कांस्टेबल चांद की मौत हो गई।
एसडीजी ने कहा कि गोलीबारी खत्म होने के बाद मस्जिद की तलाशी के दौरान 60 गोलियों के खोखे बरामद किए गए। हसन ने कहा कि यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण रहा कि डार आतंकवादियों की ओर से की गई गोलीबारी के शिकार बन गए, लेकिन कुछ लोगों ने सीआरपीएफ पर उन्हें कार से बाहर निकालकर गोली मारे जाने का आरोप लगाया है जो पूरी तरह निराधार और बेबुनियाद है।
उन्होंने बताया कि इस घटना के बाद तस्वीरों समेत सभी तकनीकी तथ्यों की छानबीन एवं जांच की जा रही है। उन्होंने कहा किे जाे कुछ हुआ उसको लेकर हम पूरी तरह आश्वस्त हैं। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे मस्जिदों समेत धार्मिक स्थलों के इस्तेमाल की इजाजत आतंकवादियों को ना दें।
गौरतलब है कि डार के परिजनों ने सोपोर मुठभेड़ में सुरक्षा बलों की ओर से की गई गोलीबारी में उनके (डार) के मारे जाने का दावा कर इस मुठभेड़ को लेकर विवाद उत्पन्न कर दिया है।
सीआरपीएफ ने एक बयान जारी कर यह स्पष्ट किया था कि मस्जिद में छिपे आतंकवादियों की ओर से की जा रही गोलीबारी के दौरान सोपोर से कुपवाड़ा जा रहा एक वाहन रूका। वाहन चला रहा एक वृद्ध व्यक्ति कार से उतरा तथा सुरक्षित स्थल की ओर जाने के लिए निकला। इसी बीच आतंकवादियों की ओर से चलाई गई गोली उस व्यक्ति (डार) को लगी जिससे उनकी मौत हो गई। बाद में वृद्ध के शव के पास बैठे एक बच्चे को सुरक्षा बल के जवानों ने बचा लिया था।