श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सोमवार को श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर क्रिकेट स्टेडियम में 76वें स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगा फहराया और परेड की सलामी ली।
श्रीनगर में किए गए अभूतपूर्व सुरक्षा इंतजामों के बीच यह समारोह आयोजित किया गया। यहां रविवार शाम शहर के नौहट्टा में सुरक्षा बलों पर एक आतंकवादी हमला हुआ, जिसमे एक सुरक्षाकर्मी और एक अज्ञात आतंकवादी घायल हो गए थे।
उपराज्यपाल ने ‘गार्ड ऑफ ऑनर ’का निरीक्षण किया। परेड में जम्मू कश्मीर पुलिस, सीमा सुरक्षा बल केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल, जम्मू कश्मीर सशस्त्र पुलिस, एसएसबी, आईटीबीपी, आईआरपी, महिला दल, वन सुरक्षा बल और एनसीसी के जवान शामिल थे। समारोह चिनार के पेड़ों से घिरे विशाल स्टेडियम में बूंदा-बांदी के बीच आयोजित किया गया।
इस अवसर पर उपराज्यपाल सिन्हा ने कहा कि जम्मू -कश्मीर आगे बढ़ रहा है। मैं समाज के हर वर्ग से एक खुशहाल, शांतिपूर्ण और समृद्ध केंद्र शासित प्रदेश में अपना बहुमूल्य योगदान देने का आह्वान करता हूं। इस स्वतंत्रता दिवस पर, आइए हम जम्मू-कश्मीर को नशा-मुक्त, भ्रष्टाचार-मुक्त और रोजगार युक्त बनाने का संकल्प लें।
जम्मू-कश्मीर के कलाकारों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया। घाटी के सभी जिलों में इसी तरह के समारोह आयोजित किए गए जहां संबंधित उपायुक्तों ने तिरंगा फहराया।
सलाहुद्दीन के गांव में फहराया गया राष्ट्रीय ध्वज
जम्मू कश्मीर के बडगाम जिले के सोइबुग चौक पर स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया। संयोग से, सोइबुग प्रतिबंधित हिजबुल मुजाहिदीन प्रमुख मोहम्मद यूसुफ शाह उर्फ सैयद सलाहुद्दीन का पैतृक गांव है।
सेना की 2 राष्ट्रीय राइफल्स (सिख ली) के धर्मुना कैंप द्वारा आयोजित कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता अशरफ आजाद ने झंडा फहराया। आजाद ने कहा कि यह गुलामी पर जीत है कि 75 साल बाद हमने सोइबुग चौक पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया। सेना ने कहा कि नागरिकों के स्थानीय लोगों के समर्थन से स्वतंत्रता दिवस पूरी देशभक्ति की भावना के साथ मनाया गया।
सेना के एक अधिकारी ने कहा कि यह भारतीय सेना की जीत है कि हमारे देश की आजादी और अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद से यह पहली बार है कि कश्मीर के बडगाम जिले के केंद्र सोइबुग चौक पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया है। भारत के 76वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर सक्रिय उग्रवादियों और मारे गए उग्रवादियों के परिवार के सदस्यों ने घाटी में अपने आवासों पर भारतीय राष्ट्रीय ध्वज फहराया।
जम्मू सीमा पर बीएसएफ, पाकिस्तान रेंजर्स ने किया मिठाइयों का आदान-प्रदान
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और पाकिस्तान के रेंजर ने 76वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सोमवार को जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर एक दूसरे को मिठाइयों का आदान-प्रदान किया। एक अधिकारी ने कहा, “स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर, बीएसएफ और पाकिस्तान के रेंजर ने बेहद सौहार्दपूर्ण माहौल में जम्मू सीमान्त के तहत विभिन्न सीमा चौकियों पर मिठाइयों का आदान-प्रदान किया।
उन्होंने कहा कि बीएसएफ जम्मू ने पाक रेंजर्स को मिठाईयां प्रदान की और दूसरी ओर से पाकिस्तान के रेंजर ने भी भारतीय सेना को मिठाईयां वितरित की। सांबा, कठुआ, आर एस पुरा और अखनूर सीमा पर चौकियों पर मिठाइयों का आदान-प्रदान किया गया। उन्होंने कहा कि सीमा पर प्रभावी ढंग से हावी रहते हुए सीमा पर शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण माहौल बनाने में बीएसएफ हमेशा सबसे आगे रही है।
एक अधिकारी ने कहा कि सीमा पर दोनों ओर एक दूसरे को मिठाईयां वितरित कर सीमा पर शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण संबंध बनाने में मदद मिलती है। गौरतलब है कि पाकिस्तान में स्वतंत्रता दिवस 14 अगस्त को मनाया जाता है। पाकिस्तान स्वतंत्रता दिवस पर भी जेसीपी अटारी में बीएसएफ और पाक रेंजर्स ने एक दूसरे को मिठाइयां दीं। कल (14 अगस्त को) पाकिस्तान के अधिकारियों ने अपने क्षेत्राधिकार में झंडा फहराया और साथ ही परेड का निरीक्षण किया।