श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में 300 किलोमीटर लंबा श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग मंगलवार सुबह हुए भूस्खलन की वजह से बंद हो गया है। यह राष्ट्रीय राजमार्ग कश्मीर घाटी को पूरे देश से जोड़ता है।
यातायात पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि कुछ प्रतिबंधों के साथ यातायात के लिए 34 किलोमीटर लंबे श्रीनगर-लेह और 86 किलोमीटर लंबे ऐतिहासिक मुगल मार्ग खुले हैं।
अधिकारी ने कहा कि हमने श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग पर यातायात स्थगित कर दिया है क्योंकि आज सुबह रामबन में बड़े पैमाने पर भूस्खलन हुआ है।
उन्होंने बताया कि सीमा सड़क संगठन(बीआरओ) एवं भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने मलबा साफ करने और यातायात बहाल करने के लिए पहले ही मशीनें और श्रमिकों को काम पर लगा दिया है। उन्होंने कहा कि भूस्खलन का मलबासाफ करने में कुछ घंटे लगेंगे। अधिकारी ने बताया कि राजमार्ग पर विभिन्न जगहों पर तैनात बीआरओ और यातायात पुलिसकर्मियों की अनुमति के बाद ही सड़कों पर यातायात फिर से शुरू होगा।
उन्होने बताया कि हल्के वाहन को दोनों तरफ से आने-जाने की अनुमति है जबकि छह टायर वाले ट्रक तक के भारी वाहन बफ्लियाज से शोपियां की ओर जाएंगे, इसके साथ ही किसी भी तरह के भारी वाहनों को विपरीत दिशा से जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
अधिकारी ने बताया कि खाली ट्रक और तेल टैंकर समेत बड़ी संख्या में वाहन आज सुबह द्रास और मीनमार्ग से मध्य कश्मीर के सोनमार्ग के लिए निकल गए हैं। किसी भी तरह के वाहनों को इस दौरान यहां आने की अनुमति नहीं है। हालांकि जो वाहन लद्दाख क्षेत्र के लिए जरूरी वस्तुओं को लेकर जा रहे हैं उन्हें दोपहर में जाने की अनुमति दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि किसी भी दुर्घटना या यातायात जाम से बचने के लिए जोजिला एवं जीरो प्वाइंट पर केवल एक तरफ से वाहनों को अनुमति है, अन्य राजमार्गों पर दोनों ओर वाहन चल रहे हैं।