श्रीनगर। दक्षिणी कश्मीर हिमालय में स्थित पवित्र अमरनाथ गुफा में स्वनिर्मित हिमशिवलिंग के दर्शन के जाने वाले श्रद्धालुओं को रविवार को पारंपरिक नुनवान पहलगाम मार्ग से यात्रा की अनुमति दे दी गई जबकि नजदीकी बालटाल मार्ग से यात्रा के लिए अनुमति देने का निर्णय बाद में लिया जाएगा।
कश्मीर घाटी में भारी बारिश से सड़कों पर फिसलन के कारण पहलगाम एवं बालटाल मार्ग पर अमरनाथ यात्रा शुक्रवार और शनिवार को स्थगित कर दी गई थी। रविवार को यात्रा की अनुमति मिलने के बाद हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने बम बम भोले और हर हर महादेव के उदघोष के साथ पहलगाम आधार शिविर से अपनी यात्रा शुरू की।
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक मौसम में सुधार होने पर हेलीकाप्टर सेवाएं भी बहाल कर दी गई है। उन्होंने बताया कि कुछ स्थानों पर भूस्खलन के कारण और सड़कों पर फिसलन की स्थिति को देखते हुए फिलहाल बालटाल मार्ग से यात्रा की अनुमति नहीं दी गई है।
गत 28 जून से शुरू हुई अमरनाथ यात्रा के बाद अब तक करीब 2600 श्रद्धालु पवित्र गुफा में हिमशिवलिंग का दर्शन कर चुके हैं।
जम्मू से अमरनाथ यात्रियों का चौथा जत्था रवाना
जम्मू स्थित भगवती नगर यात्री निवास आधार शिविर से रविवार को 6877 श्रद्धालु पवित्र अमरनाथ गुफा के लिए रवाना हुए। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि श्रद्धालुओं का जत्था 229 वाहनों के जरिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच अमरनाथ यात्रा के लिए रवाना हुए। इस जत्थे में 5198 पुरुष, 1429 महिला, 229 साधु और 21 साध्वी शामिल हैं।