अजमेर। ईद के मौके पर राजस्थान के अजमेर स्थित ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह में जन्नती दरवाजा चार जून को चांद दिखने पर पांच जून को तड़के खोला जाएगा।
चार जून की रात चांद की शहादत के समाचार मिलने पर बुधवार को तड़के चार बजे जन्नती दरवाजा अकीदतमंदों के लिए खोला जाएगा। इसके बाद इसे दोपहर की नमाज के बाद ही बंद कर दिया जाएगा। चांद नहीं दिखाई देने की स्थिति में जन्नती दरवाजा छह जून को खोला जाएगा और इसी दिन ईदुलफितर का त्यौहार मनाया जाएगा।
चांद की शहादत के लिए दरगाह कमेटी के अधीन काम करने वाली हिलाल कमेटी की शहर काजी की नुमाईंदगी में विधिवत बैठक होगी, जो चांद दिखाई देने के समाचारों की पुष्टि कर ही अधिकृत ऐलान करेगी। चार जून को चांद दिखने पर पांच जून को ईद मनाई जाएगी।
इसके बाद ईद का जश्न शुरू हो जाएगा। अगले दिन सुबह जन्नती दरवाजा खोलने के साथ ही अजमेर के केसरगंज स्थित ईदगाह पर सुबह 8.30 पर मुख्य नमाज अता की जाएगी।
गौरतलब है कि शनिवार रात मुस्लिम समुदाय ने 26वां रोजा खोल कर रात भर दुआ करते हुए शब-ए-कद्र की रात मनाई। इसमें कुरान का पाठ (सबीना) किया गया।