बरवाला/चंडीगढ़। अंग्रेजों के चंगुल से देश को मुक्ति दिलाने और ब्रिटिश राज व्यवस्था बदलने के लिए राजगुरू, सुखदेव और भगत सिंह ने 23 मार्च 1931 में हंसते हंसते फांसी का फंदा चूम लिया था। भारत से अंग्रेजी हुकूमत की व्यवस्था को उखाड़ फेंकने के लिए उस समय युवाओं ने पूरे देश में एक क्रांति ला दी थी जिसकी बदौलत आगे चल कर अंग्रेजों को भारत आजाद करना पड़ा।
आज के युवाओं को भी बेरोजगारी की जंजीरों से आजादी दिलवाने के लिए आगे आना होगा। शहीदी दिवस पर ऐसी व्यवस्था कायम करने का प्रण लें कि युवाओं के हाथ में रोजगार हो, महिलाएं-व्यापारी सुरक्षित हों और किसान-मजदूर खुशहाल हों। यह आह्वान सांसद दुष्यंत चौटाला ने बरवाला की अनाज मंडी में शहीदी दिवस पर जेजेपी द्वारा आयोजित समारोह में बतौर मुख्य वक्ता किया।
सांसद दुष्यंत ने कहा कि हम सब मिलकर शहीदी दिवस पर यह संकल्प करें कि तब तक चैन से नहीं बैठेंगे जब तक इस व्यवस्था को न बदल दें। वर्तमान राजनैतिक व्यवस्था में बेरोजगारों को रोजगार नहीं मिल रहा है, मजदूरों को न मजदूरी मिल रही है, महिलाएं सुरक्षित नहीं और व्यापारियों एवं छोटे दुकानदारों का कामकाज ठप हो रहा है।
बरवाला की अनाज मंडी में उमड़ी हजारों की भीड़ की उपस्थिति में शहीद भगतसिंह, राजगुरू और सुखदेव को पुष्प अर्पित करते हुए दुष्यंत चौटाला ने कहा कि सरकारी रिकॉर्ड में आज भी भगत सिंह को शहीद का दर्जा प्राप्त नहीं है।
इस संबंध में मैं स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिला था और युवाओं के प्रेरणा स्रोत भगत सिंह, राजगुरू और सुखदेव को सरकारी रिकॉर्ड में शहीद का दर्जा देने की मांग की थी। युवा सांसद ने कहा कि चार साल बीत जाने के बाद भी आज तक भाजपा सरकार द्वारा कुछ नहीं किया गया।
उन्होंने मांग की कि सरकार को संसद में प्रस्ताव लाकर तीनों स्वतंत्रता सेनानियों को शहीद का दर्जा देना चाहिए। उन्होंने मंच से घोषणा की कि सत्ता में आने पर जींद की पावन धरा पर विश्व की सबसे बड़ी प्रतिमा शहीद भगत सिंह की लगाई जाएगी।
सांसद दुष्यंत ने बताया कि चौ. देवीलाल के मन में शहीद भगत सिंह के प्रति इतना सम्मान था कि उन्होंने आपातकाल के दौरान जेल में रहते हुए 23 मार्च को शहीदी दिवस मनाने के लिए जेल अधीक्षक से अनुमति मांग ली थी।
युवा सांसद ने कहा कि आज देश व प्रदेश संकट के दौर से गुजर रहा है। जात-पात के नाम पर भाजपा प्रदेश के लोगों को आपस में लड़ाने में लगी है। बढ़ती बेरोजगारी, घटती आर्थिक विकास दर, महिला के विरूद्ध बढ़ते अपराध, स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने, धारा 370 खत्म करने जैसे भाजपा के वायदों से देश-प्रदेश के लोगों का ध्यान बांटने के लिए भाजपा ने चौकीदार के नाम पर प्रोपेगंडा शुरू कर दिया है।
भाजपा सरकार का एकमात्र एजेंडा मुख्य मुद्दों से ध्यान हटा कर जात-पात के नाम पर आपस में लड़वाना रहा है। ऐसी सरकार को सत्ता से चलता करने के लिए उपयुक्त समय है, इस मौके को हाथ से न जानें दें।
पार्टी प्रदेशाध्यक्ष सरदार निशान सिंह शहीदों की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करते हुए कहा कि शहीदों की शहादत को आने वाली पीढिय़ां याद रखेंगी। उन्होंने आह्वान किया कि राजनीतिक बदलाव में प्रदेश वासी जेजेपी झंडे के नीचे एकत्रित होकर नए हरियाणा के निर्माण में सहयोग करें।
पूर्व विधायक व जेजेपी के वरिष्ठ नेता रामकुमार गौतम ने चौ. देवीलाल के व्यक्तित्व से दुष्यंत की तुलना करते हुए कहा कि देवीलाल सरीखे इंसान सदियों में कभी-कभी पैदा होते हैं। उन्हीं की तर्ज पर दुष्यंत हर वर्गों के उत्थान के लिए सभी को साथ लेकर चल रहे हैं।
पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अनंत राम तंवर ने समारोह में प्रस्ताव रखा कि जेजेपी की सरकार आने पर शहीद भगत सिंह की सबसे बड़ी प्रतिमा जींद में लगाई जाए। बीसी सेल के प्रदेशाध्यक्ष राम मेहर ठाकुर ने अपने संबोधन में कहा कि समाज का हित का केवल जेजेपी में ही सुरक्षित है।
कार्यक्रम में प्रदेशाध्यक्ष सरदार निशान सिंह, विधायक अनूप धानक, पिरथी नम्बरदार, जिला अध्यक्ष जयपाल बांडा हेड़ी, महिला प्रकोष्ठ की प्रदेशाध्यक्षा शीला भ्याण, पार्टी के राष्ट्रीय सचिव उमेद लोहान, पूर्व विधायक राम कुमार गौतम, पूर्व मंत्री कृपा राम पुनिया, पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अनन्त राम तंवर, वरिष्ठ नेता तेलु राम जोगी, पूर्व विधायक कृष्ण कम्बोज, राजेंद्र लितानी, हरफूल खान भट्टी, महंत सतीश दास, बीसी सेल के प्रदेशाध्यक्ष राम मेहर ठाकुर सहित भारी संख्या में पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे।