महेंद्रगढ़/चंडीगढ़। जननायक जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं हिसार के सांसद दुष्यंत चौटाला ने महेंद्रगढ़ जिले के विभिन्न गांवों का दौरा करते हुए कहा कि महिलाओं व युवाओं को आगे आकर संघर्ष करना चाहिए। अपने दो दिवसीय दौरे में चौटाला ने लगभग आधे दर्जन गांवों का दौरा किया।
गांवों में अपने संबोधन में चौटाला ने कहा कि हरियाणा में जजपा की सरकार आने पर प्रदेश के हर वर्ग को साथ लेकर प्रदेश के विकास को गति देने का काम करेंगे। स्वयं वे भी 25 साल की उम्र में जिस तरह से काम सीखा तथा हिसार लोकसभा क्षेत्र को विकास के मार्ग पर ले जाया गया। इसी तरह हम भी प्रदेश में यंग जनरेशन को मैदान में लाएंगे जो प्रदेश में परिवर्तन की लड़ाई लड़ेंगे।
इस बारे में उनकी पार्टी ने विशेष महत्व देते हुए विचार किया है जिसमें स्पोटर्स, शिक्षा, सामाजिक भलाई के लिए युवाओं को आगे लाएंगे जो कि पार्टी से ऊपर उठकर काम करेंगे। इसके लिए पार्टी में आए उच्च शिक्षित व शिक्षाविदों ने निस्वार्थ भाव से काम करने की बात कही है।
उन्होंने कहा कि आम लोगों के सहयोग से मात्र कुछ महीनों में हीं उनकी पार्टी प्रदेश में दूसरे स्थान पर पहुंच गई है। चौटाला ने कहा कि आज प्रदेश का हर व्यक्ति बदलाव चाहता है। इस बदलाव की हवा हर जगह दिखाई देने लगी है।
चौटाला ने गत दस वर्षों तक यहां के सांसदों द्वारा यहां की आवाज नहीं उठाने की आलोचना करते हुए कहा कि यदि उक्त सांसद यहां की समस्याओं की चिंता कर लोकसभा में आवाज उठाते तो निश्चित रूप से यहां की अधिकांश समस्याएं दूर हो जाती।
अगर यहां के सांसद लोगों की समस्याओं को लेकर जागरूक होते तो हिसार ही तरह यहां पर अनेक बाई पास होते तथा रेलवे की विशेष कनेक्टिवीटी होती। यही नहीं पूर्व सरकारों की नीयत भी ठीक नहीं रही।
उन्होंने कहा कि पांच साल पूर्व भाजपा ने देश के लोगों को अच्छे दिन लाने का जो वायदा किया था वह अब हवा में उड़ गया है। प्रदेश में आए दिन हो रही लूट-पाट, डकेती, अपहरण, बलात्कार वे हत्याओं को सिलसिला तेज हो गया है। प्रदेश में चारों ओर अव्यवस्थाओं का माहौल है तथा प्रदेश सरकार हर काम में निष्क्रिय है
जब नांगल चौधरी की अनाज मंडी में पहुंचे दुष्यंत चौटाला
हिसार के सांसद दुष्यंत चौटाला ने शुक्रवार को अचानक नांगल चौधरी की अनाज मंडी का दौरा कर सरसों बेचने के लिए आए किसानों की समस्या समझते हुए हरियाणा सरकार से किसानों की समस्याएं अविलंब दूर करने की मांग की है।
मंडी में सरसों बेचने के लिए पहुंची एक महिला की सरसों नहीं खरीदने पर चौटाला ने प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि एक ओर तो स्थानीय विधायक के कुछ आदमियों की सरसों समय पूर्व ही बिना बारी के खरीद ली जाती है, वहीं आम किसान अपनी सरसों बेचने के लिए सुबह से शाम तक धक्के खा रहे हैं। यहां तक कि महिलाओं के साथ भी सौतेला व्यवहार किया जा रहा है।
चौटाला ने प्रदेश सरकार की आलोचना करते हुए यहां उपस्थित पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि एक और तो अन्य जिसों पर व्यापारियों को अढ़ाई प्रतिशत आढ़त मिल रही है वहीं सरसों पर व्यापारियों को केवल एक प्रतिशत ही आढ़त मिल रही है। इससे व्यापारियों का धंधा चौपट होने से व्यापारियों को भी सरकार उजाडऩे पर तुली हुई है।
यह सरकार की असफलता की निशानी है कि एक ओर तो किसानों की पूरी सरसों खरीदी नहीं जा रही वहीं व्यापारियों को भी उनकी आढ़त पूरी नहीं मिल रही है। यहां आए किसानों ने जब श्री चौटाला के सामने यह बात रखी कि सरकार प्रति एकड़ केवल साढ़े छह क्विंटल के हिसाब से ही सरसों खरीद रही है जबकि उनकी सरसों की पैदावार प्रति एकड़ 12 से 13 क्विंटल बैठती है, चौटाला ने कहा कि यदि ऐसा है तो यह सरकार की नाकामी को उजागर कर रही है।
उन्होंने सरकार मांग की है कि किसानों की प्रति एकड़ 12 क्विंटल के हिसाब से खरीदी जाए। उन्होंने बताया कि जब खेतों में पैदावार ही प्रति एकड़ 12 क्विंटल होती है तो वे शेष पैदावार कहां बेचें। किसान अपनी शेष पैदावार को मजबूर होकर सस्ते दामों पर बेचना पड़ रहा है।