टोक्यो। जापान में लू के कहर के कारण पिछले हफ्ते 14 लोगों की मौत हो गई है अौर इसकी वजह से लोगों की दिनचर्या असामान्य हाे गई है।
मीडिया रिपोर्टों में मंगलवार को बताया गया कि लू के कारण बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों में दिक्कतें आ रही हैं। पिछले हफ्ते ही बाढ़ के कारण इन क्षेत्रों में 200 से अधिक लोगों की मौत हुई थी।
मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार कुछ भीतरी क्षेत्रों में सोमवार को तापमान 39 डिग्री सेल्सियस से अधिक जाने अौर अधिक नमी के कारण खतरनाक स्थिति उत्पन्न हो गई। मीडिया के अनुसार पिछले सप्ताह लू के कारण 14 लोगों की मौत हो गई तथा हजारों लोगों का उपचार विभिन्न अस्पतालों में चल रहा हैं।
गीफू जैसे स्थलीय क्षेत्रोें में लू का कहर सबसे ज्यादा है जहां सोमवार को इबिगवा शहर में तापमान 39.3 सेल्सियस दर्ज किया गया जो देश का सबसे गर्म दिन था। राजधानी टोक्यो में सोमवार को 34 सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया जो सबसे अधिक तापमान है।
मंगलवार को पश्चिमी जापान के बाढ़ पीड़ित क्षेत्र में तापमान 34.3 डिग्री सेल्सियस हो जाने के कारण कीचड़ एवं मलबा साफ कर रही सेना के लिए सिर दर्द बन गया और इससे काम बुरी तरह प्रभावित हुआ।
ओकायाम में एक स्थानीय निवासी ने एनएच के टेलीविजन से कहा कि यह सच में बहुत गर्म है, हम सिर्फ ज्यादा से ज्यादा पानी पी सकते है। मौसम विभाग ने कहा कि रविवार को जापान के 200 से अधिक क्षेत्रों में तापमान 35 डिग्री सेल्सियस या इससे अधिक तापमान था जो कि जापान के लिए अत्यधिक गर्म है।
अग्निशमन व आपदा प्रबन्धन विभाग के अनुसार जुलाई 2014 में भी 213 क्षेत्रों में ऐसा ही तापमान दर्ज किया गया था। पिछले साल मई से सितम्बर के बीच लू के कारण 48 लोगों की मौत हुई थी।
मौसम विभाग के अनुसार वर्तमान में लू की ऐसी स्थिति दाे उच्च दाब वाली पर्तों की मौसमी प्रक्रिया के कारण है जो अगले सप्ताह तक ऐसी ही बनी रहने की उम्मीद है।