पाली। राजस्थान के पाली जिले में स्थित जवाई बांध के भराव क्षेत्र में गुरूवार सुबह से जारी वर्षा के चलते शाम बांध का जल स्तर बढ़कर सात फीट हो गया। अब बांध में 696 एमसीएफटी पेयजल है। इसे देखते हुए विभाग द्वारा डेड स्टोरेज के लिए लगाए गए पम्प सेट्स हटा लिए गए हैं एवं ग्रेविटी से जलापूर्ति बहाल कर दी गई है।
अतिरक्ति मुख्य अभियंता, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग-प्रथम, जोधपुर नीरज माथुर ने बताया कि लगातार वर्षा के साथ ही जवाई बांध में विभिन्न नालों एवं नदियों से पानी की आवक का क्रम जारी है, इससे रात तक औेर अधिक पानी आने की सम्भावना है।
उन्होंने बताया कि पाली शहर के पास निर्मित हेमावास बांध में भी वर्षा के पानी की आवक का क्रम जारी है, इसमे भी लगभग 150 एमसीएफटी पेयजल की आवक हो चुकी है, जिससे पाली शहर की जलापूर्ति के लिए पानी लेना प्रारम्भ कर दिया गया है।
उन्होंने बताया कि अगले एक से दो दिनों मे जवाई बांध में पानी की आवक के अनुरूप जोधपुर से रेल द्वारा किए जा रहे पेयजल परिवहन को जारी रखने के सम्बन्घ मे निर्णय ले लिया जा सकेगा।
उल्लेखनीय है कि पाली जिले में पाली सहित नौ कस्बों तथा 478 ग्रामों की पेयजल व्यवस्था पूर्णतः जवाई बांध पर आधारित है। गत वर्ष भी समुचित वर्षा नहीं होने से इन सभी कस्बों एवं ग्रामों मे एक अक्टूबर 2018 से 72 घन्टों के अन्तराल से जलापूर्ति की जा रही थी एवं इस वर्ष मानसून के विलम्ब होने से गत 16 जुलाई से इन सभी ग्रामाें एवं कस्बों मे जलापूर्ति 96 घन्टे के अन्तराल से की जा रही है।
जवाई बांध में जलस्तर कम होने के कारण 20 जुलाई से डेड स्टोरेज पम्पिंग भी की जा रही थी। साथ ही पाली शहर की जलापूर्ति के लिए गत 25 जुलाई से जोधपुर से रेल द्वारा पेयजल परिवहन भी किया जा रहा है । गत कल जवाई बांध मे जल स्तर कम होकर मात्र 2.60 फीट (554 एमसीएफटी ) पानी रह गया था, जो 20 अगस्त तक की अवधि के लिए ही पर्याप्त था।