मुंबई। वित्तीय संकट से जूझ रही निजी विमान सेवा कंपनी जेट एयरवेज के 10 और विमान ग्राउंडेड हो गए हैं तथा कंपनी ने अपनी सभी अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें फिलहाल रद्द कर दी हैं।
कंपनी ने गुरुवार को शेयर बाजार को बताया कि नकदी संकट के कारण किराये की राशि नहीं चुकाने की वजह से विमान किराया पर देने वाले पट्टेदारों ने उसके 10 और विमान ग्राउंडेड कर दिए हैं। इस प्रकार उसके बेड़े में परिचालन में मौजूद विमानों की संख्या घटकर 20 से कम रह गई है।
एयरलाइंस के सूत्र ने बताया कि परिचालन को लेकर गुरुवार देर शाम यहाँ एक बैठक हुई। एक अन्य सूत्र ने बताया कि कंपनी ने कम से कम शुक्रवार सुबह तक के लिए देश से बाहर जाने वाली सभी अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें रद्द करने का फैसला किया है। हालांकि, जो विमान देश से बाहर हैं वे वापसी की उड़ान भरेंगे।
इससे पहले कंपनी ने शुक्रवार की मुंबई कोलकाता और कोलकाता गुवाहाटी उड़ानें रद्द करने की भी जानकारी दी है। पहले ही कंपनी की उड़ानों की संख्या घटकर बेहद सीमित रह गई है।
गोयल ने जेट एयरवेज की 26 फीसदी हिस्सेदारी गिरवी रखी
वित्तीय संकट से जूझ रही विमान सेवा कंपनी जेट एयरवेज के संस्थापक प्रवर्तक नरेश गोयल ने कंपनी की 26 प्रतिशत हिस्सेदारी पंजाब नेशनल बैंक के पास गिरवी रखी है।
एयरलाइंस ने गुरुवार को शेयर बाजार को बताया कि गोयल ने ‘पुराने/नए ऋण के बदले’ कंपनी में उनकी 50 फीसदी से ज्यादा हिस्सेदारी गिरवी रखी है। ये शेयर 4 अप्रेल को गिरवी रखे गए थे।
उसने बताया कि 4 अप्रेल को गोयल के पास कंपनी के 5,79,33,665 (50.99 प्रतिशत) शेयर थे। इसमें उन्होंने 2,95,16,679 (26.01 प्रतिशत) शेयर पीएनबी के पास गिरवी रखे गए हैं।
पिछले कैलेंडर वर्ष की सभी चार तिमाहियों में नुकसान उठाने वाली एयरलाइंस बैंकों का ऋण चुकाने में भी विफल रही है।
भारतीय स्टेट बैंक के नेतृत्व वाले ऋणदाता बैंकों के कंसोर्टियम ने समाधान प्रक्रिया शुरू कर दी है और कंपनी की 75 प्रतिशत तक हिस्सेदारी के लिए बोली प्रक्रिया जारी है। कंसोर्टियम के निर्देश पर गोयल और उनकी पत्नी अनीता गोयल कंपनी के निदेशक मंडल से त्यागपत्र दे चुकी हैं।