मुंबई। भारी आर्थिक संकट से जूझ रही विमानन कंपनी जेट एयरवेज के प्रवर्तक एवं अध्यक्ष नरेश गोयल, उनकी पत्नी अनिता गोयल और एतिहाद एयरवेज के एक प्रतिनिधि ने कंपनी के निदेशक मंडल से इस्तीफा दे दिया है और अब इस विमानन कंपनी को बचाने के लिए ऋणदाता 1,500 करोड़ रुपए लगाएंगे।
कंपनी के निदेशक मंडल की सोमवार को हुई बैठक में ये निर्णय लिए गए। इसके साथ ही गोयल कंपनी के अध्यक्ष पद से भी हट जाएंगे। गोयल और उनकी पत्नी के साथ ही एतिहाद एयरवेज के केविन नाइट ने निदेशक मंडल से इस्तीफा दिया है। इसके साथ ही निदेशक मंडल ने ऋणदाताओं की योजना को अनुमाेदित करते हुए उनके दो सदस्यों को निदेशक मंडल में शामिल करने को भी अनुमोदित कर दिया।
भारतीय स्टेट बैंक की अगुवाई में घरेलू ऋणदाताओं ने रिजॉल्यूशन प्लान बनाने की बात कही थी। इसके तहत ऋणदाताओं को एक रुपए अंकित मूल्य की दर पर 11.4 करोड़ शेयर जारी किए जाएंगे। इसके तहत गोयल की नियंत्रक 51 प्रतिशत हिस्सेदारी कम होकर 25.5 प्रतिशत और एतिहाद एयरवेज की हिस्सेदारी की आधी होकर 12 प्रतिशत पर आ जाएगी। इस तरह से कंपनी में ऋणदाताओं को नियंत्रक 50.5 प्रतिशत हिस्सेदारी दी जाएगी।
ऋणदाताओं के निर्देश पर कंपनी की अंतरिम प्रबंधन समिति का गठन किया ताकि कंपनी की दैनिक संचालन और नकदी प्रवाह का प्रबंधन एवं निगरानी की जा सके। ऋणदाता तत्काल जेट एयरवेज में 1,500 करोड़ रुपए की पूंजी लगायेंगे ताकि उसका परिचालन सामान्य हो सके।