नयी दिल्ली | विमान सेवा कंपनी जेट एयरवेज ने घरेलू मार्गों पर ‘एक बैग’ की नीति शुरू की है, जिसके तहत इकोनॉमी श्रेणी में सिर्फ एक तथा प्रीमियर श्रेणी में दो बैग ही नि:शुल्क ले जाने की अनुमति होगी भले ही उसका कुल वजन नि:शुल्क सामान के दायरे में क्यों न हो।
एयरवेज के एक प्रवक्ता ने बताया कि यह बैगेज हैंडलिंग का समय बचाने के लिए किया गया है। एयरलाइंस के लिए 160 यात्रियों पर 320 बैग की तुलना में 160 बैग हैंडल करना आसान है, भले ही दोनों स्थितियों में कुल वजन बराबर हो। एयरलाइंस की वेबसाइट के अनुसार, 15 जून या उसके बाद बुक कराये गये टिकटों पर – जिनकी यात्रा की तारीख 15 जुलाई या उसके बाद की है – इकोनॉमी श्रेणी में प्रति यात्री नि:शुल्क एक बैग की अनुमति होगी जिसका वजन 15 किलोग्राम से अधिक न हो। प्रवक्ता ने बताया कि भले ही वजन 15 किलोग्राम से कम हो, लेकिन यदि बैगों की संख्या एक से अधिक होती है तो हर अतिरिक्त बैग के लिए शुल्क देना होगा जो प्रति बैग करीब चार हजार रुपये है।
इसी प्रकार प्रीमियर श्रेणी के यात्रियों को दो बैग नि:शुल्क ले जाने की अनुमति होगी जिनका कुल वजन 30 किलोग्राम तक हो सकता है। बैग या वजन ज्यादा होने पर यात्रियों को उसका भारी-भरकम शुल्क देना होगा। जेट एयरवेज ऐसी पहली विमान सेवा कंपनी है जिसने देश में घरेलू मार्गों पर ‘एक बैग’ नीति शुरू की है। कुछ एयरलाइंस घरेलू तथा अंतर्राष्ट्रीय मार्गों पर इस तरह की नीति अपनाती हैं।
कंपनी ने बताया कि 15 जून से पहले बुक कराये गये टिकटों पर ‘एक बैग’ की नीति लागू नहीं होगी। इसी प्रकार 14 जुलाई तक की यात्रा के लिए भी यह नीति लागू नहीं होगी, भले ही टिकट 15 जून या उसके बाद बुक कराये गये हों। इन दोनों परिस्थितियों में पुरानी व्यवस्था के तहत इकोनॉमी श्रेणी के लिए 15 किलोग्राम और प्रीमियर श्रेणी के लिए 30 किलोग्राम सामान नि:शुल्क ले जाने की अनुमति होगी।