सिरसा। इंडियन नेशनल लोकदल के सुप्रीमो ओम प्रकाश चौटाला के परिवार में कलह के बाद पार्टी के दो फाड़ होने पर राजनीतिक रिक्तता को भरने के लिए अब अपने परिवार की बहू सुनैना चौटाला को नैना चौटाला के मुकाबले उतारा है।
शिक्षक भर्ती घोटाले में ओम प्रकाश चौटाला तथा उनके बेटे अजय चौटाला के तिहाड़ जेल चले जाने के बाद इस परिवार के छोटे बच्चों को शिक्षा अधर में छोडऩी पड़ी तथा सियासत से कोसों दूर रहने वाली महिलाओं को भी राजनीति की मुख्यधारा में आना पड़ा।
अपने घर की महिलाओं को सियासत से कोसों दूर रखने वाले चौधरी देवीलाल परिवार की तीसरी महिला सुनैना चौटाला ने हाल ही में चौके चूल्हे से राजनीतिक दहलीज पर कदम रखा है।
इससे पहले पार्टी के वरिष्ठ नेता अभय चौटाला की पत्नी कांता चौटाला ने डबवाली उपमंडल में जिला परिषद का चुनाव लड़ा लेकिन अपने ही देवर आदित्य चौटाला से हार गईं, वहीं अजय चौटाला के जेल चले जाने के बाद उनकी पत्नी नैना चौटाला डबवाली विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़कर विधानसभा पहुंची। इसके बाद आदित्य चौटाला परिवार से जुदा होकर भाजपा में चले गए हैं।
चौधरी देवीलाल जयंती के उपलक्ष्य में गोहाना में गत सात अक्तूबर को हुई राज्य स्तरीय रैली में हुटिंग के बाद दो फाड़ हुई इनेलो के बाद नवगठित जन नायक जनता पार्टी में नैना चौटाला अपने दोनों पुत्रों सांसद दुष्यंत चौटाला तथा इनसो के अध्यक्ष दिग्विजय चौटाला को लेकर चलती बनी। इसके बाद डबवाली से 2014 में बनी विधायक नैना चौटाला अपने ही देवर इनेलो नेता अभय चौटाला को खूब कोसा।
चौटाला ने अपने विधानसभा क्षेत्र से निकलकर हरी चुनरी चौपाल की कड़ी प्रदेश भर में छेड़ दी। अब तक वे 41 विधानसभा क्षेत्रों में इस कार्यक्रम का आयोजन कर चुकी हैं। इन चौपालों में नैना चौटाला ने सत्तारूढ़ दल भाजपा व विपक्षी दल कांग्रेस की बजाय अभय चौटाला के खिलाफ खूब बयानबाजी की, जिससे चौटाला परिवार की साख भी धूमिल हुई।
इनेलो ने नैना चौटाला के जेजेपी में चले जाने के बाद पार्टी में बनी रिक्तता को भरने के लिए पूर्व विधायक प्रताप चौटाला की पुत्रवधु सुनैना चौटाला को सियासी पिच पर उतार दिया है। इनैलो ने सुनैना चौटाला को पार्टी की महिला मोर्चा की प्रदेश प्रधान महासचिव नियुक्त किया है। जेजपी की नैना तथा इनैलो की सुनैना का रिश्ता जेठानी-देवरानी का है। सुनैना का कहना है कि यदि पार्टी ने उन्हें अवसर दिया तो वह जरूर चुनावी समर में उतरेंगी।