भोपाल। मध्यप्रदेश के आदिवासी बहुल झाबुआ जिले के पुलिस अधीक्षक (एसपी) अरविंद तिवारी आज उस समय विवादों में घिर गए, जब सुरक्षा की गुहार लगा रहे एक छात्र को मोबाइलफोन पर उन्होंने न सिर्फ थाने में बंद करने की धमकी दी, बल्कि अपशब्दों का भी उपयोग किया। अधिकारी को तत्काल हटाते हुए निलंबित कर दिया गया है।
छात्र और एसपी के बीच बातचीत का वीडियो वायरल होने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पहले तो संबंधित एसपी (आईपीएस) को जिले से तत्काल हटाने के निर्देश दिए और कुछ ही घंटों में प्रारंभिक जांच में ऑडियो में एसपी की ही आवाज की पुष्टि होने पर उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया।
चौहान के निर्देश के बाद एसपी अरविंद तिवारी को तत्काल झाबुआ जिला पुलिस अधीक्षक पद से हटाकर पुलिस मुख्यालय भोपाल में सहायक पुलिस महानिरीक्षक के पद पर पदस्थ कर दिया गया। इसके बाद चौहान के निर्देश पर उन्हें तत्काल निलंबित भी कर दिया गया।
बताया गया है कि झाबुआ के पॉलीटैक्निक कॉलेज के छात्रावास में छात्रों के झगड़े की सूचना के बाद एक छात्र ने एसपी को फोन पर सूचना दी और सुरक्षा की गुहार लगाई। ऑडियो में हुई बातचीत के अनुसार एसपी ने सुरक्षा मुहैया कराने की बजाए अपशब्दों का उपयोग करते हुए छात्र को ही हड़का दिया और कहा कि वह उसे ही थाने में बंद करवा देंगे। इस दौरान एसपी छात्र के प्रति अपशब्दों का उपयोग करते हुए भी सुने जा रहे हैं।
मामला सुबह ही चौहान की जानकारी में आया और उन्होंने तत्काल पुलिस महानिदेशक और अन्य संबंधित अधिकारियों को इस मामले की जांच के आदेश दिए और सबसे पहले एसपी को जिले से हटाने के लिए कहा। प्रारंभिक जांच में इस बात की पुष्टि हुई है कि एसपी की ही आवाज संबंधित ऑडियो में है। इस जांच रिपोर्ट के बाद एसपी काे निलंबित भी कर दिया गया।
इस बीच चौहान ने एक वीडियो संदेश में कहा है कि बच्चों के लिए जो अपशब्दों का इस्तेमाल करे, उसे किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जा सकता, इसलिए वे तत्काल प्रभाव से तत्कालीन एसपी झाबुआ को निलंबित करने के निर्देश देते हैं।
इस बीच झाबुआ से प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार रात पॉलिटेक्निक कॉलेज के छात्रों का झगड़ा हुआ था। इसकी शिकायत करने कुछ छात्र थाने पहुंचे थे, लेकिन वहां उनकी सुनवाई नहीं हुई। इस बीच कुछ छात्रों ने एसपी को सीधे मोबाइल फोन लगाकर इसकी सूचना दी।
पॉलिटेक्निक कॉलेज के छात्रावास के अनेक छात्रों का आरोप है कि छात्रावास के कुछ तथाकथित प्रभावशाली छात्र शराब के नशे में कुछ क्षेत्र विशेष के छात्रों के साथ मारपीट करते हैं। इसी मामले की शिकायत को लेकर अनेक छात्र थाने पहुंचे थे, जहां उनकी सुनवाई नहीं हुई।