दुमका। झारखंड में दुमका जिले के शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र के फूलपहाड़ी गांव में धर्म परिवर्तन करने के लिए प्रेरित करने एवं प्रलोभन देने के आरोप में पुलिस ने शनिवार को 16 ईसाई धर्म प्रचारकों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
पुलिस सूत्रों ने यहां बताया कि गुरूवार की रात शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र के मलूटी पंचायत अंतर्गत फूलपहाड़ी गांव में करीब 25 की तादाद में ईसाई धर्म प्रचारक धर्म प्रचार और धर्मांतरण कराने की नीयत से पहुंचे थे। गांव पहुंचने के बाद इनके द्वारा लाउड स्पीकर संदेश दिया जा रहा था।
ग्रामीणों का आरेाप है कि संदेश देने के क्रम में धर्म प्रचारक लोगों को प्रेरित कर रहे थे कि ग्रामीणों को संतालियों के पूजास्थल जोहर थान और मांझी थान में पूजा बंद कर ईसाइ धर्म अपना लेना चाहिए। ग्रामीणों को इसके लिए प्रलोभन भी दिया जा रहा था। इस संदेश को सुनकर आदिवासी समुदाय के लोग आक्रोशित हो गए और सभी धर्म प्रचारकों को बंधक बना लिया।
सूत्रों ने बताया कि सूचना मिलने पर शिकारीपाड़ा थाना के सहायक अवर निरीक्षक बाबूधन टुडू पूलिस बल के साथ फूलपहाड़ी गए और बंधक बनाए गए 25 धर्म प्रचारकों जिनमें 14 महिला और 11 पुरुष शामिल थे को थाना ले आए। हालांकि पुलिस की छानबीन और डीएसपी प्रकाश पूज्य के अनुसंधान के बाद ग्राम प्रधान के बयान पर इस मामले में 16 के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई।
दर्ज प्राथमिकी के आधार पर पुलिस ने स्टेफन हेम्ब्रम गोड्डा, सपाई सोरेन, गोपाल टुडू, लोबिन सोरेन, वीरेन्द्र हेम्ब्रम लुखीराम मरांडी, प्रदीप किस्कू, शिवा मुर्मू, बुधन मरांडी, मिरू सोरेन, कहा टुडू, मोनिका हेंब्रम, पानसूरी सोरेन, रानी सोरेन, रामपुरहाट, रासमुनी हेम्ब्रम और सुफला मरांडी को गिरफ्तार कर शनिवार को न्यायालय में पेश किया जहां से सभी को जेल भेज दिया गया है।