रांची। झारखंड विधानसभा की कार्यवाही मंगलवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया। सभाध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो ने दोपहर बाद सदन की कार्यवाही को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने की घोषणा की। इससे पहले राज्य में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस की स्थिति पर एक विशेष चर्चा भी आयोजित की गई, जिसमें सत्ताधारी और विपक्षी दल के सदस्यों ने भाग लिया।
तीन दिवसीय मानसून सत्र के दौरान कुल 70 लघु सूचीबद्ध प्रश्न, 61 तारांकित प्रश्न और 29 गैर तारांकित प्रश्न स्वीकृत किए गए, जिनमें से दो लघु सूचीबद्ध प्रश्नों के उत्तर दिए गए। शून्यकाल की 46 सूचनांए सभा में पढ़ी गयी। सभा में दस ध्यानाकार्षण सूचनाएं स्वीकार की गयी। मानसून सत्र में कुल नौ विधेयक सदन द्वारा पारित किए गए।
सभाध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो ने समापन भाषण में कहा कि कोरोना संक्रमण के बीच आयोजित इस लघु सत्र का अधिकतम उपयोग किया गया। हालांकि, समय का और बेहतर तरीके से उपयोग किया जा सकता था। उन्होंने कहा कि विपक्ष भी सत्र को इस्तेमाल बेहतर तरीके से कर सकता है।
महतो ने कहा कि सदन को चलाने के प्रावधानों का पालन करके अधिक रचनात्मक चर्चा की जा सकती है। उन्होंने कहा कि राज्य के लोग अपनी समस्याओं को हल करने के लिए विधायकों का चुनाव करते हैं और उनकी आशाओं और आकांक्षाओं को पूरा करने का प्रयास किया जाना चाहिए।
सभाध्यक्ष ने कहा कि कोरोनो वायरस की स्थिति पर विशेष चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि झारखंड जैसे छोटे राज्य के सामने यह एक बड़ी चुनौती थी कि मानव संसाधनों का समुचित उपयोग कैसे किया जा सकता है और उन्हें सामाजिक सुरक्षा प्रदान की जा सकती है।
महतो ने कहा कि दुर्गा पूजा, छठ, दिवाली, मिलाद उल नबी के आगामी महीनों में उत्सव मनाया जाएगा और इसलिए उन्होंने विधायकों और राज्य के लोगों से आग्रह किया कि वे अपने घरों से बाहर जाने पर कोविड -19 दिशा-निर्देशों का पालन करें। मास्क पहनें और सामाजिक दूरी बनाए रखें। उन्होंने आने वाले त्योहारों के लिए शुभकामनाएं देते हुए सदन को अनिश्चिकाल के लिए स्थगित कर दिया।