नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने झुग्गी बस्तियों में रह रहे परिवारों के लिए जहां झुग्गी, वहीं मकान योजना के तहत बनाए जा रहे फ्लैटों के कार्य प्रगति की गुरुवार को समीक्षा बैठक की तथा योजना के तहत तैयार हो चुके फ्लैटों के आवंटन में तेजी लाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस योजना में आ रहीं किसी भी तरह की दिक्कतों को उनके संज्ञान में लाया जाए, ताकि उसे दूर कर झुग्गी बस्तियों में रह रहे परिवारों को जल्द फ्लैट में शिफ्ट किया जा सके और वे सम्मान के साथ जिंदगी जी सकें। समीक्षा बैठक में कैबिनेट मंत्री सत्येंद्र जैन, डुसिब और डीएसआईआईडीसी के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।
उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार राजधानी के विभिन्न इलाकों में झुग्गी बस्तियों में रह रहे परिवारों को फ्लैट में शिफ्ट कर सम्मान की जिंदगी देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। दिल्ली सरकार झुग्गी बस्तियों में रहने वाले परिवारों को जहां झुग्गी, वहीं मकान योजना के तहत दिल्ली के विभिन्न इलाकों में फ्लैट बना कर दे रही है। योजना के तहत शहरी आश्रय सुधार बोर्ड (डुसिब) और डीएसआईआईडीसी द्वारा पहले चरण में 52,344 फ्लैट बनाए जा रहे हैं।
केजरीवाल ने बैठक कर इस योजना के तहत निर्माणाधीन फ्लैट्स और अब तक आवंटित हो चुके फ्लैटों की विस्तार से समीक्षा की। इस दौरान डुबिस अधिकारियों ने सीएम को अवगत कराया कि वह 18,084 फ्लैट का निर्माण कर रहा है। यह सभी फ्लैट लगभग तैयार हैं। बैठक में अधिकारियों ने बताया कि डीएसआईआईडीसी द्वारा 34,260 फ्लैट बनाए जा रहे हैं। इसमें से 17,660 फ्लैट बन कर तैयार हैं, जबकि 16,600 फ्लैट निर्माणाधीन हैं। इसके अलावा, अधिकारियों ने अवगत कराया कि 4833 फ्लैट झुग्गी बस्तियों में रह रहे बेघर परिवारों में आवंटित किए जा चुके हैं, जबकि 7031 फ्लैट्स के आवंटन की प्रक्रिया चल रही है और जल्द ही आवंटित कर दिए जाएंगे।
उल्लेखनीय है कि जहां झुग्गी, वहीं मकान योजना के तहत झुग्गी बस्तियों में रह रहे बेघर परिवारों के लिए तीन चरणों में 89,400 फ्लैट बनाए जाने हैं। दिल्ली के विभिन्न इलाकों में यह फ्लैट करीब 237 एकड़ भूमि में बनाए जाएंगे। दिल्ली सरकार पहले चरण में 52,344 फ्लैट बनवा रही है और यह फ्लैट्स 2022 तक बना कर आवंटित कर दिए जाएंगे, जबकि दूसरे चरण में करीब 18 हजार फ्लैट बनाए जाने हैं। इन दोनों चरणों में बनाए गए फ्लैट में बेघर परिवारों को शिफ्ट करने के बाद जो जमीन खाली होगी, उस पर तीसरे चरण के तहत शेष फ्लैट बनाए जाने हैं। तीनों चरण का कार्य 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।