

सबगुरु न्यूज-सिरोही। जिला प्रमुख पायल परसरामपुरिया के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित गतिर गया है। अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान के दिन मंगलवार को आवश्यक 21 में से 16 जिला परिषद सदस्य मतदान केंद्र में नहीं पहुंच पाए थे। कांग्रेस के 6 और भाजपा के 7 सदस्यों के अलावा शेष सदस्य मतदान के समय 1 बजे तक मतदान स्थल तक नहीं पहुंच पाए थे। सबसे अंत में खुद जिला प्रमुख के पहुंचने से ये संख्या 14 हो गयी थी। इस पर निर्वाचन अधिकारी ने अविश्वास प्रस्ताव को खारिज कर दिया।
जिला प्रमुख के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित करने के लिए 16 जिला परिषद सदस्यों की जरूरत थी। 11 बजे मतदान समय शुरू होने के कुछ देर बाद तक कांग्रेस के 6 और भाजपा के 5 जिला परिषद सदस्य पहुंच गए थे। करीब आधा घंटे बाद गुमशुदा जिला परिषद सदस्य गिरिज कंवर और धनाराम गमेती भी पहुंच गए। शेष 7 सदस्य 1 बजे तक नहीं पहुंचे। मतदान के समय खत्म होने के कारण जिला प्रमुख के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान को निरस्त कर दिया गया।
इस तरह जिला प्रमुख पायल परसरामपुरिया अग्नि परीक्षा में सफल हो गयी। अनुपस्थित सदस्यों में उप प्रमुख कानाराम चौधरी और लक्ष्मी पुरोहित भी शामिल हैं। कांग्रेस के 6 और भाजपा के 7 सदस्य पहुंच चुके हैं, इनमें से दो सदस्य भी शामिल हैं जिनकी गायब होने की रिपोर्ट दर्ज करवाई गई थी।

–जो गिराने वाले थे वही बचाने में जुटे
सिरोही जिले प्रमुख के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव भाजपा की अंदरूनी खींचतान का नतीजा थी। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के आगमन से पूर्व जिस तरह से जिला प्रमुख को हटाने की साजिश रची गयी उसके पीछे भाजपा सिरोही के प्रमुख नेताओं का नाम सामने आ रहा था। पार्टी के समर्पित कार्यकर्ताओं के साथ कांग्रेस की बैठक में भी ये नाम सामने आए।
सबसे हास्यास्पद बात ये रही कि मंगलवार को अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान के समय जिला परिषद के आसपास उन्ही लोगों के समर्थक ये जताने के लिए एकत्रित थे कि अविश्वास प्रस्ताव गिरने से सबसे ज्यादा उन्हें खुशी है। भाजपा के जिन सदस्यों ने ये अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था वो अपनी ही पार्टी को गणित में फेल हो गए।
सबगुरु न्यूज ने पहले ही खुलासा कर दिया था कि अविश्वास प्रस्ताव के दिन भाजपा नेतृत्व अपने विश्वस्त जिला परिषद सदस्यों या यूं कहें कि दबाव ने आ सकने वाले सदस्यो को मतदान स्थल पर नहीं जाने की रणनीति बनाएगी। अविश्वास प्रस्ताव गिरने के बाद जिला प्रमुख पायल परसरामपुरिया सबसे आगामी विधानसभा चुनावों में बीजेपी से सिरोही विधानसभा क्षेत्र को प्रबल दावेदार बनकर उभरेंगी।