सोनीपत/चंडीगढ़। सोनीपत लोकसभा से जेजेपी-आप प्रत्याशी दिग्विजय चौटाला ने कहा कि किसी भी लोकतांत्रिक देश के नागरिकों का सबसे बड़ा संवैधानिक अधिकार है मताधिकार। यह एक ऐसा अधिकार है जिसके द्वारा देश का प्रत्येक नागरिक अपने देश की सरकार के निर्माण में अपना महत्वपूर्ण योगदान देता है।
उन्होंने सोनीपत लोकसभा के वासियों से निवेदन करते हुए कहा कि आप सब रविवार 12 मई को लोकतंत्र के इस महापर्व में बढ़-चढ़ कर भाग लें और अपने मताधिकार का अवश्य प्रयोग करें। यही नहीं आप को चाहिए कि अपने आस-पास के अन्य लोगों को भी मताधिकार का प्रयोग करने के लिए अवश्य प्रेरित करें।
दिग्विजय चौटाला शनिवार को सोनीपत लोकसभा के विभिन्न गांवों में लोगों के घर-घर जाकर जेजेपी-आप उम्मीदवार के पक्ष में मतदान के लिए अनुरोध कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने सबसे पहले बुजुर्गों और मातृ शक्ति को नमन करते हुए उनका आर्शीवाद लिया और उनसे वादा करते हुए कहा कि आपके एक-एक वोट की कीमत चुकाउंगा।
दिग्विजय चौटाला ने मतदाताओं को सचेत करते हुए कहा कि कुछ असमाजिक और शरारती तत्व मतदान के दिन शांति भंग करने की मंशा से झूठी अफवाह फैलाने की कुचेष्टा कर सकते हैं। आप को ऐसी अफवाहों से सावधान रहने की जरुरत है। यदि आप की जानकारी में कोई भी व्यक्ति इस तरह का प्रयास करता है तो आप तत्काल इसकी सूचना प्रशासन को दें।
उन्होंने ये भी कहा सोनीपत और जींद की जनता बहुत समझदार है, इसलिए वो किसी के बहकावे में नहीं आएगी तथा अपनी अंतरात्मा की आवाज पर वोट देने का निर्णय लेगी। दिग्विजय चौटाला ने कहा कि रविवार को आयोजित इस मतदान दिवस पर सोनीपत लोकसभा के मतदाताओं द्वारा लिए गए निर्णय का असर सोनीपत और जींद के सुनहरे भविष्य के निर्माण में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का कार्य करेगा।
उन्होंने कहा कि संक्षेप में मैं आप से केवल यही कहना चाहूंगा कि आप अपने बच्चों के सुनहरे भविष्य के दृष्टिगत अपने लोकसभा क्षेत्र के चहुंमुखी विकास के लिए अपने मताधिकार का प्रयोग करें।
उन्होंने कहा कि आपकों ये भी ध्यान रखते हुए यह निर्णय लेना होगा कि आप के समक्ष ऐसा कौन सा प्रत्याशी है जो आपके क्षेत्र के विकास की लड़ाई लड़ने के साथ ही साथ आप की समस्याओं के समाधान के लिए आप के साथ कंधे से कंधा मिलाकर संघर्ष करने की क्षमता रखता है।
ऐसा कौन प्रत्याशी है जो आप की आवाज सबसे असरदार तरीके से बुलंद कर सकता है। आप का एक गलत निर्णय आप को एक बार फिर से उसी उपेक्षात्मक अंधेरे में ले जा सकता है जिसके चलते आप पिछले कई सालों से विकास की रोशनी से वंचित रह गए हैं।