हिसार/चंडीगढ़। हिसार लोकसभा क्षेत्र की इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन में जेजेपी प्रत्याशी के चुनाव चिन्ह के सामने जूते का चुनाव चिन्ह आवंटित करने पर दुष्यंत चौटाला भड़क गए। दुष्यंत चौटाला ने इसे सीधे-सीधे सरकारी मशीनरी के माध्यम से भाजपा पर जेजेपी के खिलाफ साजिश बताया है।
भाजपा प्रदेश में जेजेपी की लोकप्रियता से इस कदर खौफजदा है कि ईवीएम के माध्यम से भी जेजेपी के खिलाफ साजिशें रच रही है। दुष्यंत इस बाबत प्रदेश के चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया है।
इस संबंध में विस्तारपूर्वक जानकरी देते हुए दुष्यंत चौटाला ने बताया कि एक ईवीएम मशीन में 16 प्रत्याशियों के नाम और चुनाव निशान अंकित होते हैं। एक संसदीय क्षेत्र में 16 से ज्यादा प्रत्याशी होने पर दूसरी ईवीएम मशीन लगाई जाती है। हिसार संसदीय क्षेत्र में जेजेपी प्रत्याशी का नाम और चुनाव निशान आठवें नंबर पर अंकित है। लेकिन इसके साथ ही दूसरे मशीन में 24वें नंबर पर एक निर्दलीय प्रत्याशी का सलीम का नाम अंकित है जिसको चुनाव निशान जूता आबंटित किया गया है।
ऐसी स्थिति में चप्पल का चुनाव निशान और जूते का चुनाव निशान न केवल एक दूसरे के आमने सामने पड़ते हैं बल्कि अलग-अलग मशीन में एक ही स्थान पर दिखलाई देते हैं। इन परिस्थितियों में क्षेत्र की भोली भाली ग्रामीण जनता के भ्रमित होने की संभावना बनी रहती है। दुष्यंत ने कहा है कि जिला प्रशान के अधिकारियों पर भाजपा ने दबाव बना मतदाताओं को भ्रमित करने के लिए ऐसा किया है। दुष्यंत ने लिखित में चुनाव आयोग को शिकायत की है।
सत्ता के मद में चूर भारतीय जनता पार्टी द्वारा आए दिन आचार संहिता के उल्लंघन सहित संवैधानिक संस्थाओं पर दबाव बना कर नित नयी-नयी साजिशें रचने पर अपना आक्रोश व्यक्त करते हुए हिसार के सांसद दुष्यंत चौटाला ने कहा कि हिसार की जनता भारतीय जनता पार्टी की इन साजिशों में फंसने वाली नहीं है।
उन्होंने कहा कि अपनी जनविरोधी नीतियों के कारण देश के किसान एवं कमेरे वर्ग सहित आम जनता में अपना जनाधार खो चुकी भारतीय जनता पार्टी दोबारा से सत्ता में वापसी करने के लिए चाहे जितनी भी साजिशें रच लेे लेकिन किसी भी परिस्थिति में वह दोबारा से सत्ता में आने वाली नहीं है।
उन्होंने भारतीय जनता पार्टी द्वारा एक नई साजिश का भंडाफोड़ करते हुए बताया कि हिसार के मतदाताओं को भ्रमित करने के लिए ईवीएम मशीन में जेजेपी के चुनाव निशान के स्थान पर ही दूसरी मशीन में जूता चुनाव निशान अंकित है। ऐसा जेजेपी के मतदाताओं को भ्रमित करने के लिए किया गया है।
दुष्यंत ने कहा कि जेजेपी की लोकप्रियता से बीजेेपी इस कदर बौखलाई है कि आए दिन भाजपा आदर्श आचार संहिता की धज्जियां उड़ाते हुए साजिशें रच रही है। इस बारे में जेजेपी की ओर से अनेक बाद शिकायतें की गई हैं लेकिन दवाब के चलते केवल एक मामले में गुजवि के कुलपति को चुनाव आयोग में दोषी भी ठहराया है।
पहले भी हो चुकी हैं भाजपा के खिलाफ शिकायतें
हाल ही में भाजपा के संगठन महामंत्री सुरेश भट्ट द्वारा पन्ना प्रमुखों के सम्मेलन में कार्यकर्ताओं को हिदायतें दी गई थी कि वे ऐसे लोगों की सूची बनाएं जिनका नाम तो मतदाता सूची में अंकित हैं लेकिन वो मर चुके हैं अथवा वे क्षेत्र में उपलब्ध नहीं हैं। ऐसे लोगों के भी वोट वो भाजपा के पक्ष में डलवाना सुनिश्चित करें।
सुरेश भट्ट द्वारा पन्ना प्रमुखों को दिया गया यह निर्देश स्पष्ट रुप से उन्हें भाजपा को विजयी बनाने के लिए चुनाव में धांधली और फर्जी वोटिंग करने के लिए प्रेरित करना था। इस संबंध में भी उन्होंने चुनाव आयोग को शिकायत दी थी। लेकिन अभी तक कोई कारवाई नहीं की गई है। इसी प्रकार बीेजेपी ने हिसार में आदर्श आचार संहिता का उल्लघंन करते हुए अपना कार्यालय सामान्य अस्पताल के सामने पोलिंग बूथ में बनाया हुआ है। इस बारे में शिकायत की जा चुकी है।