जम्मू। जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के नेता और पूर्व विधान परिषद सदस्य विक्रमादित्य सिंह ने मंगलवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। उनका कहना है कि कांग्रेस राज्य और लद्दाख के लोगों की भावनाओं को समझने और उन पर विचार करने में विफल रही है।
विक्रमादित्य जम्मू-कश्मीर के महाराज हरि सिंह के पोते और कांग्रेस के दिग्गज और पूर्व राज्यपाल डॉ कर्ण सिंह के बेटे हैं। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा सौंपा।
उन्होंने कहा कि पार्टी जमीनी हकीकत से दूर है, और न केवल कश्मीर में बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी उभरते परिदृश्य को ध्यान में रखते हुए आवश्यक संगठनात्मक और अन्य बदलाव करने में असमर्थ है।
सिंह ने कहा कि 2018 में कांग्रेस में शामिल होने के बाद उन्होंने कई मुद्दों या घटनाओं के समर्थन में खुलकर अपने विचार व्यक्त किए थे, जो कांग्रेस के रुख से मेल नहीं खाते।
उन्होंने चेतावनी दी कि यदि नेतृत्व और पार्टी गतिशील नहीं होती और बदलती जन भावनाओं और आकांक्षाओं के अनुकूल होने के लिए तैयार नहीं होती तो कुछ समय में पार्टी समाप्त हो जाएगी।