श्रीनगर। पूर्व मुख्यमंत्री एवं पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की नेता महबूबा मुफ्ती को श्रीनगर स्थित गुपकार निवास में शुक्रवार को पुलिस ने संवाददाताओं को संबोधित करने से रोका।
मुफ्ती ने ट्विटर पर लिखा कि प्रेस को श्रीनगर स्थित मेरे आवास पर आने से रोक दिया गया। जो बिना कोई लिखित आदेश के बावजूद मेरी मनमानी कैद (गिरफ्तारी) की व्याख्या करता है। कश्मीर एक खुली जेल है जहाँ किसी को भी अपनी राय व्यक्त करने का अधिकार नहीं है।
स्थानीय, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मीडिया संगठनों का प्रतिनिधित्व करने वाले मीडियाकर्मी सुश्री महबूबा के आवास के बाहर एकत्र हुए थे। हालांकि महबूबा के आवास के बाहर तैनात सुरक्षा बल के जवानों ने उन्हें वहां खड़े होने से भी रोक दिया।
पूर्व मुख्यमंत्री को आज हिजबुल मुजाहिदीन (एचएम) के साथ कथित संबंधों के मामले में जम्मू में राष्ट्रीय जांच एजेंसी अदालत द्वारा 15 दिन की रिमांड पर भेजे गए युवा पीडीपी अध्यक्ष वहीद पारा के पुलवामा निवास पर जाने से रोकने के लिए आज घर में नजरबंद किया गया है।
एक अन्य ट्वीट में गुपकार डिक्लेरेशन के लिए पीपल्स एलायंस (पीएजीडी) की उपाध्यक्ष ने कहा कि हम डीडीसी के मतदान से एक दिन दूर हैं और स्पष्ट है कि यहां प्रशासन विपक्ष के किसी भी विरोध करने के लिए डराने और धमकाने का उपयोग कर रहा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि डीडीसी चुनाव लड़ रहे पीएजीडी के उम्मीदवारों को सुरक्षा बलों द्वारा प्रचार करने की अनुमति नहीं दी जा रही है। हालांकि, उन्होंने कहा, भाजपा के उम्मीदवार और नेता स्वतंत्र रूप से चुनाव प्रचार के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के तहत आगे बढ़ रहे हैं।