नयी दिल्ली । अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए भीषण आतंकवादी हमले को लेकर भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से शनिवार को फोन पर बात की।
बोल्टन ने कहा कि अमेरिका, सीमा पार आतंकवाद को रोकने के लिए भारत के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन करता है। दोनों राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों ने संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव के तहत, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 1267 समिति प्रक्रिया के अंतर्गत, हमले के आरोपी आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूर अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने की बाधाओं को दूर करने के लिए पाकिस्तान को बाध्य करने पर बातचीत की।
विदेश मंत्रालय ने यहां अपने बयान में कहा, “राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने शुक्रवार की शाम अपने अमेरिकी समकक्ष से फोन पर बात की। अमेरिका की ओर से आये फोन पुलवामा हमले पर अपनी संवेदनाएं व्यक्त की। गयीं। पाकिस्तान की सरजमीं से संचालित होने वाले आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद द्वारा इस हमले को अंजाम देने पर अमेरिका ने भी आक्रोश व्यक्त किया।”
उन्होंने कहा, “बोल्टन ने सीमा पार आतंकवाद को रोकन के लिए भारत के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन किया।” अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों ने हमले के साजिशकर्ताओं और समर्थकों को शीघ्रता से सजा देने के लिए हर संभव सहयोग देने का भरोसा दिया है। डोभाल ने अमेरिका के सहयोग की प्रशंसा की। बयान में कहा गया कि दोनों देश यह सुनिश्चित करेंगे कि पाकिस्तान, जैश-ए-मोहम्मद जैसे आंतकवादी संगठन का सुरक्षित पनाहगाह नहीं बने।