अजमेर। जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन ऑफ राजस्थान के प्रदेश व्यापी अभियान के तहत बुधवार को जार की अजमेर ईकाई की ओर से पुलिस अधीक्षक जगदीश चन्द्र शर्मा को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया।
ज्ञापन में पत्रकारों पर लगातार हो रहे जानलेवा हमलेए हत्या और जान से मारने की धमकियों की घटनाओं को देखते हुए महाराष्ट्र व उत्तरप्रदेश की तर्ज पर प्रदेश में भी पत्रकार सुरक्षा कानून शीघ्र लागू किए जाने की मांग की गई है।
जयपुर के पत्रकार अभिषेक सोनी की हत्या और वरिष्ठ फोटोजर्नलिस्ट्स गिरधारी पालीवाल पर जानलेवा हमले के बाद प्रदेश में पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने की मांग जार ने पुरजोर तरीके से उठाई है।
जार की अजमेर इकाई के अध्यक्ष अकलेश जैन के नेतृत्व में पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन दिया और जार के प्रतिनिधि मंडल ने माला पहनाकर शर्मा का स्वागत किया।
जैन ने कहा कि अजमेर में बीते माह एक समाचार चैनल के प्रतिनिधि के साथ आरएसी के जवान ने वर्दी का रूआब दिखाते हुए मारपीट की तथा सार्वजनिक रूप से अपमानित किया। इस बारे में जार ने मामला उठाया तब कहीं जाकर पुलिस सक्रिय हुई तथा कार्रवाई की।
जयपुर के युवा पत्रकार अभिषेक सोनी की जानलेवा हमले में मौत हो गई। उसका कसूर इतना था कि एक युवती को बदमाशों से बचाने की कोशिश की तो उस पर बदमाशों ने जानलेवा हमला करके लहुलूहान कर दिया।
उदयपुर में हाल ही मीडियाकर्मी शकील को अपराध की खबर चलाने पर असामाजिक तत्वों ने धमकी दीए इससे पहले मीडियाकर्मी शंकर सरगरा के साथ एक चिकित्साकर्मी ने अभद्र व्यवहार किया। ये सभी घटनाएं एक साल के भीतर घटी हैं। पूर्व में भी ऐसी बहुत सी घटनाएं हो चुकी हैं।
इस तरह की घटनाएं लगातार बढ़ रही है, जिससे पत्रकारों व दूसरे मीडियाकर्मियों में भय व खौफ है। लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ को भयमुक्त करने के लिए राजस्थान में पत्रकारों की सुरक्षा अत्यंत आवश्यक है।
ज्ञापन सौपने वालों में जार की अजमेर ईकाई के अध्यक्ष अकलेश जैन, प्रदेश उपाध्यक्ष विजय मौर्य, प्रदेश सचिव संतोष कुमार, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य विनोद गौतम, अजमेर ईकाई के महासचिव विजय कुमार शर्मा, कोषाध्यक्ष विजय हंसराजानी, उपाध्यक्ष अरुण बाहेती, कमल गर्ग, बाबूलाल सामरा, राजकुमार वर्मा, वरिष्ठ पत्रकार अनुपम जैन, वचन सिंह रावत, सरला शर्मा समेत जार के कई सदस्य मौजूद रहे।