कोलकाता। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई)ने पत्रकार बोरिया मजूमदार पर भारतीय विकेटकीपर रिद्धिमान साहा को धमकी देने के मामले में दो साल का प्रतिबंध लगाया है।
बीसीसीआई ने एक विज्ञप्ति जारी कर बताया कि मजूमदार दो साल तक भारत में आयोजित होने वाले किसी भी तरह के घरेलू और अंतरराष्ट्रीय मैच को कवर नहीं कर सकेंगे। बीसीसीआई ने यह फैसला मजूमदार पर तीन सदस्यीय जांच समिति के सुझाव पर लिया है।
अपने सदस्यों को भेजे गए एक संदेश में, बीसीसीआई ने कहा है कि उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला, कोषाध्यक्ष अरुण धूमल और पार्षद प्रभतेज सिंह भाटिया की तीन सदस्यीय समिति ने साहा और बोरिया दोनों से बात की थी। इसके बाद यह निष्कर्ष निकाला गया था कि बोरिया के क्रिया कलाप वास्ताव में ऋद्धिमान को डराने और धमकाने के जैसा था।
उन्होंने बीसीसीआई की शीर्ष परिषद को प्रतिबंधों की सिफ़ारिश की, जिसने सहमति व्यक्त करते हुए बोरिया पर प्रतिबंध लगा दिया। बीसीसीआई के अंतरिम सीईओ हेमांग अमिन ने सभी सद्स्यों को पत्र के माध्यम से इसकी जानकारी देते हुए पत्रकार को मिली सजा को अनुपालन करने को कहा।
बीसीसीआई की समिति ने साहा और मजूमदार दोनों की बात पर विचार कर पाया कि मजूमदार ने वास्तव में साहा को धमकी दी थी, जिसके बाद समिति ने मजूमदार पर दो साल के लिए किसी भी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में प्रेस के सदस्य के रूप में शामिल होने, किसी भी पंजीकृत खिलाड़ियों का साक्षात्कार करने और बीसीसीआई के मान्यता प्राप्त किसी भी सुविधाओं तक पहुंच पर प्रतिबंध लगाया है।
उल्लेखनीय है कि 37 वर्षीय विकेटकीपर ने 19 फरवरी को एक स्क्रीनशॉट को शेयर करते हुए लिखा कि भारतीय क्रिकेट में मेरे योगदान के बाद भी एक तथाकथित सम्मानित पत्रकार से मुझे यह सामना करना पड़ा है। आरोप लगाने के लिए ऋद्धिमान ने सबसे पहले ट्वीटर का सहारा लिया था। हालांकि उन्होंने पत्रकार का नाम नहीं लिया था, लेकिन बोरिया ने पांच मार्च को जवाब दिया कि वह मानहानि के मुक़दमे के लिए साहा को कानूनी नोटिस भेजेंगे। बोरिया ने सोशल मीडिया पर डाले गए एक वीडियो में कहा था कि साहा ने जो स्क्रीनशॉट डाला था, उसे छेड़छाड़ करके प्रस्तुत किया गया था।
इसके बाद पत्रकार मजूमदार ने कहा कि आपने कॉल नहीं किया, मैं फिर कभी आपका साक्षात्कार नहीं करूंगा, मैं अपमान नहीं सहता और मैं इसे याद रखूंगा।
कुमार ने कहा कि आरोपियों के विरुद्ध गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि दोषी कोई भी हो, चाहे पुलिस महकमे का ही अधिकारी या कर्मचारी ही क्यों न हों, सभी के खिलाफ सख्त कार्यवाही होगी। किसी को बक्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि मामले की तफ्तीश के लिए जांच टीम तैनात की गई है। लगातार गिरफ्तारी के प्रयास जारी रखते हुए मामले की विवेचना की जा रही है।