कराची। सिंध उच्च न्यायालय ने बुधवार को हिंदू समुदाय की मेडिकल की छात्रा निम्रिता कुमारी की माैत के मामले में न्यायिक जांच के आदेश दिए।
जियो न्यूज ने सूत्रों के हवाले से कहा है कि न्यायालय ने बुधवार को निम्रिता की मौत की न्यायिक जांच के आदेश दिए। एसएचसी ने लरकाना के सत्र न्यायाधीश को इस संबंध में पत्र लिखा। निम्रिता दंत चिकित्सा की अंतिम वर्ष की छात्रा थी।
सत्र न्यायाधीश ने प्रांतीय सरकार के अनुरोध पर एसएचसी से न्यायिक जांच की अनुमति मांगी थी। दूसरी तरफ निम्रिता के भाई और पिता ने निम्रिता की मौत पर प्राथमिकी दर्ज कराने को लेकर उच्च अधिकारियों के साथ परामर्श किया है लेकिन अभी मामला दर्ज नहीं कराया है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने कहा है कि इस मामले की जांच बिना किसी दबाव के निष्पक्ष रूप से की जायेगी। मामले की जांच कर रहे अधिकारी ने बताया कि वरिष्ठ प्रोफेसरों, कक्षा के सहयोगियों और 40 अन्य से पूछताछ कर ली गई है। निम्रिता के कक्षा सहयोगी मेहरान अबरु और शान अली हिरासत में हैं।
निम्रिता शहीद मोहतरमा बेनजीर भुट्टो मेडिकल विश्वविद्यालय बीबी आसिफ डेंटल कालेज की छात्रा थी और 16 सितंबर को मृत पाई गई थी। विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि निम्रिता ने पंखे से लटककर कथित रूप से आत्महत्या की है।
लरमाना चंदका मेडिकल कालेज के प्रधानाचार्य प्रोफेसर डॉ के दास ढोलिया के अनुसार पोस्टमार्टम की प्राथमकि रिपोर्ट में निम्रिता की मौत का कारण आत्महत्या बताया गया है। पोस्टमार्टम की प्राथमिक रिपोर्ट में निम्रिता के शरीर पर किसी प्रकार का निशान और प्रताड़ित करने के निशान नहीं पाए गए हैं।