भोपाल । मानदेय बढ़ाने और बेहतर उपकरणों की मांग को लेकर हड़ताल पर चल रहे मध्यप्रदेश के पांच मेडिकल कॉलेजों के सैकड़ों जूनियर डॉक्टरों ने आज सामूहिक इस्तीफा दे दिया। हड़ताल के कारण प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हुई हैं।
प्रदेश के भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर और रीवा मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर कल से हड़ताल पर चले गए थे। इससे पहले जूनियर डाॅक्टर पिछले सप्ताह से समानांतर बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) चला रहे थे।
जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन (जूडा) के पदाधिकारी सुशील यादव ने बताया कि कल प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक असफल होने के बाद इस्तीफा देने का निर्णय लिया गया।
उन्होंने कहा कि राजस्थान, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़ और बिहार सहित अन्य प्रदेशों में जूनियर डॉक्टरों को मध्यप्रदेश की तुलना में कहीं ज्यादा मानदेय मिलता है। इसमें ग्रामीण इलाकों में सेवाएं देने के लिए मिलने वाला मानदेय भी शामिल है।
जूनियर डॉक्टर तृतीय वर्ष स्नातकोत्तर (पीजी) रेजीडेंट्स के लिए 69 हजार रुपए, पीजी रेजीडेंट्स द्वितीय वर्ष के लिए 67 हजार रुपए, पीजी रेजीडेंट्स प्रथम वर्ष के लिए 65 हजार रुपए, जूनियर रेजीडेंट्स के लिए 50 हजार रुपए और इंटर्न के लिए 20 हजार रुपए प्रतिमाह मानदेय की मांग कर रहे हैं।