करौली। राजस्थान में भरतपुर सम्भाग के करौली में नादौती तहसील के कैमरी में बेड़ा का पुरा निवासी भारतीय सेना के हवलदार पद पर कार्यरत 35 वर्षीय कैलाश चंद गुर्जर का रविवार को पूर्ण सैन्य सम्मान से उनके पैतृक गांव में अंतिम संस्कार किया गया।
सैनिक की पार्थिव देह को उनके 12 साल के बेटे हरेंद्र ने मुखाग्नि दी। इससे पूर्व सैनिक का शव नादौती पहुंचा तो बड़ी संख्या में पहुंचे लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान क्षेत्र कैलाश गुर्जर अमर रहे के उद्घोष से गूंज उठा। सैनिक की पार्थिव देह को सेना के वाहन से जुलूस के रूप में पैतृक गांव बेड़ा का पुरा लाया गया सैनिक के शव को देखकर परिजन बिलख पड़े।
गौरतलब है कि कैलाश चंद गुर्जर भारतीय सेना के 11 गार्ड इन्फैन्ट्री बटालियन में कार्यरत थे। उन्हें पठानकोट में 20 अगस्त को युद्धाभ्यास के दौरान घायल होने पर आर्मी हॉस्पिटल दिल्ली में भर्ती कराया था लेकिन उन्हें बचाया नही जा सका। उनके परिवार में पिता भगवान सिंह, मां धर्मी देवी, पत्नी सुपीता देवी तथा दो बेटे एवं एक बेटी है।
करौली-धौलपुर सांसद डॉ. मनोज राजोरिया, टोडाभीम विधायक पीआर मीणा, पूर्व विधायक घनश्याम मेहर, एडीएम परशुराम मीणा, एसडीएम सहित पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी और जनप्रतिनिधियों ने पुष्प चक्र अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।