ल्हासा। कैलाश मानसरोवर श्रद्धालुओं का पहला जत्था चीन के तिब्बत स्वायत्तशासी क्षेत्र स्थित नाथुला पास होते हुए तिब्बत पहुंच गया है।
चीन की सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक भारत से आए कैलाश मानसरोवर श्रद्धालुओं का 38 सदस्यीय पहला जत्था बुधवार को तिब्बत पहुंचा। अगले 12 दिनों के दौरान यह जत्था मापम युमको लेक और माउंट कंग्रिन्बोक का भ्रमण करेगा। मापम युमको लेक और माउंट कंग्रिन्बोक दोनों हिन्दुओं एवं बौद्धों के स्थल हैं।
जत्थे में शामिल अनुज गुप्ता अपनी 66 वर्षीय माता के साथ आए हैं। अनुज ने कहा कि कैलाश मानसरोवर की यात्रा उनकी माता और स्वयं उनका भी एक सपना है। यह पवित्र यात्रा है। मैंने यहां बहुत कुछ पाया है। शिन्हुआ के मुताबिक श्रद्धालुओं को उनकी यात्रा के दौरान कमरे, दवाईयां और अन्य सहायता उपलब्ध कराए जाएंगे।
समुद्र तल से 4000 हजार से अधिक मीटर की ऊंचाई पर नाथुला पास तिब्बत के याडोंग प्रांत और भारत के सिक्किम के बीच स्थित है। चीन और भारत के बीच व्यापार के लिए यह सबसे नजदीकी रूट है। वर्ष 2015 में आधिकारिक- प्रायोजित रूप से भारतीय श्रद्धालुओं की इस रूट के जरिए कैलाश मानसरोवर की यात्रा की शुरुआत हुई।