नई दिल्ली। विदेश मंत्रालय ने बुधवार को इस वर्ष होने वाली कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए पंजीकरण शुरू होने की घोषणा की। इस वर्ष यह यात्रा दो पारंपरिक मार्गो सिक्किम के नाथू ला दर्रा और उत्तराखंड के लिपुलेख दर्रा से की जाएगी।
यह घोषणा ऐसे समय की गई है जब चीन ने कहा है कि वह यात्रा के लिए नाथू ला र्दे का इस्तेमाल करने की अनुमति देगा। पिछले साल डोकलाम विवाद की वजह से इस मार्ग को ब्लॉक कर दिया गया था।
विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि इसके लिए पंजीकरण प्रक्रिया 20 फरवरी से शुरू होगी और 23 मार्च को समाप्त होगी। बयान के अनुसार इस वर्ष यह यात्रा 8 जून से शुरू होकर 8 सितंबर तक चलेगी। आवेदकों को 1 जनवरी 2018 तक कम से कम 18 वर्ष का और अधिक से अधिक 70 वर्ष का होना चाहिए।
इस माह की शुरुआत में विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह ने लोकसभा को सूचित किया था कि चीन की सरकार ने वर्ष 2017 में नाथू ला मार्ग पर सुरक्षित और सुचारु यात्रा के लिए स्थिति अच्छी नहीं होने का हवाला दिया था जिसके बाद इस मार्ग से यात्रा बहाल नहीं किया जा सका।
सिंह ने कहा कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भी पिछले वर्ष दिसंबर में अपने चीनी समकक्ष वांग यी से इस बाबत चर्चा की थी, जिसके बाद चीन ने इस मार्ग पर यात्रा बहाल करने की अनुमति दी थी।