जयपुर 10 जनवरी :- राजस्थान विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता के लिए विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल के नाम की चर्चा जोरशोर से शुरू हुई है।
विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की हार के बाद प्रतिपक्ष के नेता के रूप में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को प्रबल दावेदार माना जा रहा है लेकिन अब उन्हें पार्टी केन्द्र में भेजने और प्रतिपक्ष का नेता किसी और को बनाना चाहती है। प्रतिपक्ष का नेता बनने वालों में श्री मेघवाल का नाम प्रमुखता से लिया जा रहा है। विधानसभा सत्र बुलाने के मामले में श्री मेघवाल की आपत्ति को भी इसी नजरिये से देखा जा रहा है।
भाजपा के एक नेता ने बताया कि श्री मेघवाल ने विधानसभा की बैठक 15 जनवरी को बुलाने पर आपत्ति कर प्रतिपक्ष के नेता की भूमिका शुरू कर दी है। इसबीच श्री मेघवाल ने आज श्रीमती राजे से मुलाकात की है। यह माना जा रहा है कि श्रीमती राजे को प्रतिपक्ष का नेता नहीं बनाया गया तो श्री मेघवाल उनकी पहली पसन्द है।
उल्लेखनीय है कि पार्टी में श्रीमती राजे की कार्यशैली को लेकर काफी नाराजगी है तथा विधानसभा चुनाव में पार्टी की हार का एक कारण श्रीमती राजे के व्यवहार को लेकर माना जा रहा है। पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव में श्रीमती राजे को आगे कर चुनाव नहीं लडना चाहती हालांकि पूर्व मुख्यमंत्री को एक मजबूत नेता भी माना जा रहा है जिनके बिना पार्टी में इतना दमखम नहीं है।