कैथल। हरियाणा के कैथल में कथित रूप से मन्नत पूरी होने पर डेढ़ वर्षीय बच्चा एक डेरे को ‘दान‘ कर दिए जाने के मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
बुधवार को कैथल पुलिस जिला बाल संरक्षण अधिकारी के साथ माता गेट के बाबा राजपुरी डेरा में पहुंची। डेरा संचालकों ने पुलिस को बताया कि बच्चे के मां-बाप ने इसे अपनी मर्जी से मन्नत पूरी होने पर डेरे को सौंपा है।
फिलहाल पुलिस ने जांच के उद्देश्य से डेरे में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेेज अपने कब्जे में ली है। पुलिस के अनुसार बाल कल्याण समिति की तरफ से शिकायत आने पर डेरा संचालकों के खिलाफ मामला दर्ज करने समेत अगली कार्रवाई की जा सकती है।
पुलिस उपाधीक्षक रवींद्र सांगवान ने बताया कि बालक की दादी डेरे के सम्प्रदाय में महंत बनी हुई है। पुलिस बालक के माता-पिता के बारे में पूरी जानकारी हासिल कर रही है। अब तक की जानकारी समिति को दे दी गई है। अगर समिति इस बारे में कोई शिकायत करेगी तो पुलिस इस मामले में प्राथमिकी दर्ज करेगी।
समिति के अध्यक्ष राणा बंसल ने बताया कि उन्हें बाबा डेरा राजपुरी में संत महात्माओं को किसी माता-पिता के एक छोटा बालक गद्दी पर दिए जाने की सूचना मिली है। इस सूचना के आधार पर शहर थाना प्रभारी के साथ जिला बाल संरक्षक अधिकारी शशि बाला डेरे में गई थीं। उन्होंने मामले की जानकारी जुटाई है। फिलहाल डेरे ने बालक देने से मना कर दिया है लेकिन बालक के माता-पिता से बातचीत की जाएगी औैर उसके बाद अगला कदम निर्धारित किया जाएगा।
उन्होंने यह भी कहा कि डेरा कहता है कि गद्दी पर जो बालक आ जाता है, वह डेरे का होता है। बच्चे के लालन-पालन की जिम्मेदारी भी डेरे यानी गद्दी की ही होती है। बच्चे की शिक्षा-दीक्षा की जिम्मेदारी भी डेरा ही निभाता है, लेकिन इस तरह से हम बच्चा किसी के पास नहीं छोड़ सकते हैं। परिवार से सारी जानकारी लेने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।