भोपाल । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज कहा कि सरकार की पहली प्राथमिकता कृषि क्षेत्र में क्रांतिकारी कदमों के साथ प्रदेश के किसानों को खुशहाल बनाना है।
कमलनाथ ने आज प्रदेश विधानसभा में विधायक के तौर पर शपथ लेने के बाद संवाददाताओं से चर्चा के दौरान कहा कि सरकार की पहली प्राथमिकता कृषि क्षेत्र में क्रांतिकारी कदमों के साथ प्रदेश के किसानों को खुशहाल बनाना है। आज 70% से अधिक लोग कृषि व्यवस्था से जुड़े हैं, कृषि व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि किसानों के सम्मान को बढ़ाना, उन्हें उनकी उपज का सही दाम दिलाना, आत्मनिर्भर व कर्ज मुक्त बनाना, सरकार का पहला और दूसरा लक्ष्य नौजवानों को रोजगार उपलब्ध कराना है।
कमलनाथ ने कहा कि उन्होंने विधानसभा के सदस्य के रूप में पहली बार शपथ ली है। उन्होंने कहा कि इसक पहले उन्होंने लोकसभा के सदस्य के रूप में कई बार शपथ ली है। दोनों लोकतंत्र के पवित्र मंदिर हैं। प्रदेश में व्याप्त जल संकट को लेकर उन्होंने कहा कि यह 15 वर्ष की भाजपा सरकार की लापरवाही का परिणाम है। पूर्ववर्ती सरकार ने 15 साल में जल संकट से निपटने के लिए ना कोई योजनाएं बनाई ,ना काम किया। ये उसी का नतीजा है।
नई दिल्ली में पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात पर मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री से प्रदेश हित पर कई योजनाओं को लेकर बात की। जिस पर प्रधानमंत्री ने सकारात्मक रवैया अपनाते हुए कहा है कि प्रदेश हित के सारे काम प्राथमिकता से पूरे किए जाएंगे। कमलनाथ ने कहा कि उनकी अगले चार-पांच दिनों बाद प्रधानमंत्री मोदी से फिर एक मुलाकात है, जिसमें वे फिर प्रदेश के कई मुद्दों पर उनसे बात करेंगे।