भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कार्यालय ‘समिधा’ की सुरक्षा व्यवस्था हटाए जाने के एक ही दिन बाद भारतीय जनता पार्टी नेताओं की बयानबाजी के बीच मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आरएसएस कार्यालय को दोबारा सुरक्षा देने के निर्देश दे दिए हैं।
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि उन्हें चुनाव आयोग में की गयी एक शिकायत के चलते व चुनाव कार्य में सुरक्षा बलों की आवश्यकता होने के कारण समिधा से सुरक्षा हटा लेने की जानकारी मिली। कुल छह स्थानों से सुरक्षा व्यवस्था हटाई गई है।
उन्होंंने कहा कि उन्होंने अधिकारियों को आरएसएस कार्यालय पर पुनः सुरक्षा व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि आरएसएस से भले कांग्रेस के वैचारिक मतभेद हों, आरएसएस भले कांग्रेस का विरोध करता हो, लेकिन वे उनके कार्यालय से सुरक्षा हटाने के पक्षधर नहीं हैं।
इस दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि भले ही पिछले 15 साल में भाजपा कार्यालय पर सुरक्षा बल तैनात थे, लेकिन कांग्रेस कार्यालय को तत्कालीन सरकार ने कोई सुरक्षा नहीं दी गई। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस सरकार बनने के बाद भी सरकार ने भाजपा कार्यालय को दी जा रही सुरक्षा व्यवस्था को जारी रखा।
उन्होंने समिधा की सुरक्षा व्यवस्था हटाए जाने पर भाजपा नेताओं की तीखी प्रतिक्रियाओं पर कहा कि भाजपा नेता इस मामले पर हल्ला मचा रहे हैं, उन्हें विधिवत प्रक्रिया का पालन कर सुरक्षा की मांग वाला पत्र प्रशासन को सौंपना चाहिए।
राजधानी भाेपाल स्थित आरएसएस कार्यालय समिधा के पास पूर्व में राज्य सरकार की ओर से सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई थी। मौजूदा राज्य सरकार में इन्हें हटवा दिया। इसके बाद से इस विषय को लेकर प्रदेश मेंं राजनीति शुरु हो गई है।
पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के भोपाल संसदीय क्षेत्र से उम्मीदवार दिग्विजय सिंह ने भी आरएसएस कार्यालय से सुरक्षा हटाने को अनुचित बताते हुए राज्य सरकार से सुरक्षा बहाल करने को कहा था।