Warning: Constant WP_MEMORY_LIMIT already defined in /www/wwwroot/sabguru/sabguru.com/18-22/wp-config.php on line 46
कानपुर डबल मर्डर का खुलासा, दत्तक बेटी ने ही किया माता पिता का खून - Sabguru News
होम Breaking कानपुर डबल मर्डर का खुलासा, दत्तक बेटी ने ही किया माता पिता का खून

कानपुर डबल मर्डर का खुलासा, दत्तक बेटी ने ही किया माता पिता का खून

0
कानपुर डबल मर्डर का खुलासा, दत्तक बेटी ने ही किया माता पिता का खून

कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर में मंगलवार को एक दंपती की हुई संदिग्ध मौत के मामले की असलियत को उजागर करते हुए पुलिस ने बुधवार को बताया कि मृतक दंपत्ति की गोद ली हुई बेटी ने ही संपत्ति के लालच में अपने माता-पिता को मौत के घाट उतार दिया।

पुलिस की इस कहानी को सुन कर सभी दंग रह गए। कानपुर क्षेत्र के पुलिस आयुक्त विजय सिंह मीना ने बताया कि दोहरे हत्याकांड का पर्दाफाश हो गया है। संपत्ति के लालच में बेटी ने वारदात को अंजाम दिया था और वह अपने भाई को भी मार डालना चाहती थी लेकिन अपने भाई को मारने में सफल नहीं हो सकी। अपने माता पिता को मौत के घाट उतारने के लिए बेटी ने पूरे षडयंत्र में अपने प्रेमी का भी सहारा लिया था और उसकी मदद से पूरे घटनाक्रम को अंजाम दिया गया है।

उन्होंने बताया कि दत्तक बेटी ने जूस में नशीला पदार्थ मिला कर माता पिता को मौत की नींद सुला दिया। कानपुर के बर्रा-2 में रहने वाले फील्ड गन फैक्ट्री से सेवानिवृत्त हुए 65 वर्षीय मुन्नालाल उत्तम करीब 25 वर्ष से पत्नी राजदेवी, बेटे विपिन और गोद ली हुई बेटी आकांक्षा के साथ रहते थे। मुन्नालाल के कोई बेटी नहीं थी, इसीलिए उन्होंने अपने भाई रामप्रकाश की बेटी आकांक्षा को गोद ले लिया था।

रोज की तरह सोमवार की देर रात पूरा परिवार एक साथ बैठ कर बातचीत कर रहा था, तभी आकांक्षा पूरे परिवार के लिए अनार का जूस बना कर लाई। उसने सभी को जूस पिलाया लेकिन उसके भाई विपिन थोड़ा सा जूस पीकर अपने कमरे में सोने के लिए चला गया।

मंगलवार की सुबह आकांक्षा रोती हुई विपिन के कमरे में पहुंची और चिल्ला चिल्ला कर कहा कि मम्मी पापा को किसी ने मार दिया है। घबराकर विपिन नीचे आया और उसने पूरे मामले की जानकारी पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू की तो पहले हत्या का पूरा शक भाई विपिन के सालों की तरफ जा रहा था। जिसके चलते विपिन ने पारिवारिक विवाद में अपने सालों सुरेन्द्र और मयंक उत्तम को ही नामजद भी करा दिया गया।

पुलिस की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ी, पुलिस के शक के घेरे में आकांक्षा भी आ गई। पुलिस ने आकांक्षा को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की तो पहले वह पुलिस को गुमराह करती रही, लेकिन आखिरकार वह टूट गई और उसने पूरा घटनाक्रम पुलिस को बता दिया।

आकांक्षा ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि घर में जब भी संपत्ति की बात चलती थी, तो पिता उसकी शादी कर संपत्ति भाई को देने की बात करते थे। जिसके चलते वह नाराज चल रही थी और पिछले 6 महीने से वह पापा मम्मी के साथ भाई को मौत के घाट उतारना चाहती थी।

उसने अपने प्रेमी रोहित के साथ मिलकर पूरा षड्यंत्र रचा था। सोमवार को सही मौका मिलने पर उसने जूस में नशीला पदार्थ मिलाकर पापा मम्मी सहित भाई को दे दिया। जिसके चलते पापा मम्मी बेहोश हो गए, लेकिन भाई अपने कमरे में चला गया। भाई ने कमरे की कुंडल लगा ली।

उसने बेहोश पापा मम्मी को प्रेमी के साथ मिलकर मौत के घाट उतार दिया, लेकिन भाई विपिन बच गया। आकांक्षा ने पुलिस को यह भी बताया कि उसने जानबूझकर अपने भाई को बताया था कि उसने जाते हुए उनके साले को देखा है। इस पर विपिन ने तहरीर में अपने सालों काे नामजद किया था।