कानपुर। उत्तर प्रदेश में कानपुर के चकेरी क्षेत्र में पिछले दिनो प्रॉपर्टी डीलर की हत्या डेढ करोड रूपये की जमीन की खरीद फरोख्त को लेकर हुए विवाद में की गई थी।
पुलिस सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि प्रापर्टी डीलर रणविजय राजपूत का शव 11 जुलाई को अोमपुरवा स्थित प्रापर्टी डीलर जगदम्बा सिंह के मकान से बरामद किया गया था। रणविजय की पत्नी रेखा की तहरीर पर जगदम्बा सिंह और उसकी पत्नी सोनी, मां और बहन के खिलाफ हत्या की तहरीर दी।
पुलिस ने जांच पड़ताल कर 14 जुलाई को हत्याकांड के मुख्य अभियुक्त की पत्नी सोनी को हत्या की साजिश करने के आरोप में जेल भेज दिया जबकि सोमवार देर रात को जगदम्बा को धर दबोचा।
पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में जगदम्बा ने बताया कि डेढ़ करोड़ की जमीन खरीद-फरोख्त में प्रापर्टी डीलर रणविजय की हत्या की गई थी। उसने कबूल किया कि उसने साथी शानू और चमनलाल के साथ मिलकर रणविजय की हत्या की थी। रणविजय और जगदम्बा मिलकर प्रॉपर्टी का काम करते थे।
इन लोगों ने फर्जीवाड़ा कर कई लोगों को ग्राम समाज की जमीन बेच दी थी जिसमें सभी लोगों को मोटी रकम मिली थी, लेकिन जब खरीददारों को पता चला तो उन्होंने गैरविवादित जमीन की मांग करने लगे और इसी बात को लेकर दोनों में आपसी विवाद हो गया था।
जिसके बाद जगदम्बा ने मां, बहन और पत्नी को शामिल करके रणविजय को घर बुलाया और साथी शानू और चमनलाल के साथ मिलकर उसके सिर पर लोहे की रॉड मारकर हत्या कर दी लेकिन पुलिस के सक्रिय होने पर शव को ठिकाने नहीं लगा सके।