नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) के उन पर लगाए गए आरोपों को केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक होने से ध्यान हटाने का प्रयास करार दिया है।
सिब्बल ने यहां संवाददताओं से कहा कि जिस समय छात्र 10वीं तथा 12वीं के प्रश्नपत्र लीक होने के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं, वह समझते थे कि केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी अपने संवाददाता सम्मेलन में छात्रों की पीड़ा को समझते हुए इस पर सरकार की ओर से क्षोभ व्यक्त करेंगी, लेकिन इसकी बजाय उन्होंने विपक्ष पर आरोप लगाना उचित समझा। भाजपा नेताओं का काम सिर्फ अपने विरोधियों पर आरोप लगाना है। उन पर आरोप सिर्फ सीबीएसई पेपरलीक मुद्दे से ध्यान बांटने के लिए लगाए जा रहे हैं।
उन्हाेंने कहा कि ईरानी नहीं चाहती कि पेपरलीक का मुद्दा ज्यादा लोगों के सामने आए। उन्होंने कहा कि ऐसा व्यक्ति आरोप लगा रहा है जो ‘मनी लाँडरिंग’ का मतलब भी नहीं जानता। श्रीमती ईरानी प्रधानमंत्री से क्यों नहीं पूछती कि वह मेहुल चौकसी को कैसे जानती हैं जो काले धन को सफेद करता रहा है।
केंद्रीय मंत्री ने आरोप लगाया है कि कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के कार्यकाल में मंत्री रहे सिब्बल एवं उनकी पत्नी ने एक कंपनी ग्रांड कास्टीलो प्राइवेट लिमिटेड के शेयर खरीदे थे और एक ऐसे व्यक्ति से ज़मीन खरीदी थी, जिसके विरुद्ध रिश्वत मामले में सीबीआई की जांच चल रही थी।