जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज देश में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह की सबसे बड़ी जिम्मेदारी बताते हुए कहा है कि उन्हें देश में शांति स्थापित करने की अपील कर कहना चाहिए कि हम हिंसा को बर्दाश्त नहीं करेंगे। उधर, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डा सतीश पूनियां ने गहलोत के प्रधानमंत्री पर दिए बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री को नसीहत देने की बजाए उन्हें राजस्थान की कानून-व्यवस्था को पुख्ता करनी चाहिए।
गहलोत ने पुलिस आधुनिकीकरण योजना के तहत प्रायोजित मोबाईल इन्वेस्टीगेशन यूनिट को मुख्यमंत्री कार्यालय, शासन सचिवालय से हरी झंडी दिखाकर शुभारम्भ करने के अवसर पर आज मीडिया से यह बात कही। उन्होंने कहा कि आज देश में सबसे बड़ी जिम्मेदारी किसी की है तो प्रधानमंत्री की है, शाह की है कि वो देश में शांति स्थापित करने की अपील करें, वो कहें कि हम हिंसा को बर्दाश्त नहीं करेंगे।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को चाहिए आगे आकर देश को सम्बोधित करें, हिंसा को कंडेम करें, चाहे वो हिंसा किसी भी पक्ष के द्वारा हो, देश में कानून का राज स्थापित रहे, कोई भी धर्म का आदमी हो यदि वो एंटी सोशल एलिमेंट है उसे सजा मिलनी ही चाहिए, कानून का राज रहेगा तभी लोग सुरक्षित रहेंगे। उन्होंने कहा कि अगर केन्द्र सरकार यह कहे कि हिंसा चाहे घरेलू हो या बाहरी, वह बर्दाश्त नहीं करेगी तो देश में माहौल सदभावना का बनेगा।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के राजस्थान दौरे को लेकर किए सवाल पर उन्होंने कहा कि ये लोग आग लगाने के लिए आते हैं, पूरे देश में आग लगा रहे हैं, आए आग लग गई। ये ऐसा माहौल बना रहे हैं, संविधान की धज्जियां उड़ा रहे हैं, लोकतंत्र में इनका यकीन नहीं है, देश के अंदर हिन्दू-मुस्लिम कर दिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान में क्राइम कंट्रोल हो रहा है। लेकिन विपक्ष इसे लेकर लोगों को गुमराह कर रहा है। उन्होंने कहा कि हमने तत्काल पॉक्सो के अंदर कार्रवाई की है, सात लोगों को तो मृत्युदंड दिया गया है, 137 को उम्रकैद हुई है, 600 से अधिक सजा हो गई लोगों को, तत्काल तफ्तीश पूरी होकर फैसले हो रहे हैं सैकड़ों के अंदर, यह और कहीं नहीं हो रहा है।
उन्होंने कहा कि मोबाईल इन्वेस्टीगेशन यूनिट एक चलते-फिरते थाने की तरह काम करेगा, इन्वेस्टिगेशन ऑफिसर वो स्वयं घटनास्थल पर जा सकते हैं। करीब 71 गाड़ियां तैयार की गई हैं, बहुत आधुनिक तकनीक के साथ में इसे शुरू किया गया है, यह करीब 10 करोड़ का प्रोजेक्ट है।
गहलोत प्रधानमंत्री को नसीहत न दें, कानून-व्यवस्था करें पुख्ता
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डा सतीश पूनियां ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर दिए बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री को नसीहत देने की बजाए उन्हें राजस्थान की कानून-व्यवस्था को पुख्ता करनी चाहिए।
डा पूनियां ने मीडिया से आज यह बात कही। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री खुद करौली की घटना के जिम्मेदार हैं और मामले को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि करौली की घटना पूर्वनियोजित थी जिसको कांग्रेस का राजनीतिक संरक्षण था।
गहलोत के बयान पर उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र सिंह राठौड़ ने कहा कि देश-प्रदेश में आमजन की भावनाओं को भड़काने, हिन्दू व हिंदुत्व की अलग व्याख्या करने तथा तुष्टीकरण की राजनीति करने का इतिहास कांग्रेस पार्टी का ही रहा है जिसके बारे में हर नागरिक भली-भांति जानता है।
राठौड़ ने कहा कि पीएफआई की चिट्ठी से उजागर हो गया है कि करौली की घटना सुनियोजित थी। आपके पास सरकार की विफलता छिपाने के लिए कॉपी-पेस्ट भाषण देने के अलावा और कोई काम नहीं है। कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद जयपुर, बारां एवं करौली सहित कई जगहों पर हुई हिंसा व आपकी बेबसी इसका प्रमाण है।
उल्लेखनीय है कि गहलोत ने आज कहा कि देश में शांति स्थापित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को चाहिए कि वह आगे आकर देश को संबोधित कर हिंसा की निंदा करें।
पीएफआई जैसे संगठन राजस्थान में दहशतगर्दी फैलाने की कोशिश में : भाजपा